Zee News : Aug 16, 2020, 07:13 AM
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से शनिवार को संन्यास लेने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) की जमकर तारीफ की। धोनी और रैना ने एक ही दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा करके अपने प्रशंसकों को चौंका दिया। दोनों दिग्गज बल्लेबाजों ने सोशल मीडिया पर संन्यास की घोषणा की।
सौरव गांगुली ने कहा, 'ये एक युग का अंत है। वो भारत और विश्व कप क्रिकेट के लिए क्या शानदार खिलाड़ी रहे। उनकी कप्तानी की क्षमता एक दम अलग थी, जिसकी बराबरी करना खासकर क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में बहुत मुश्किल होगा।'उन्होंने कहा, 'शुरुआती करियर में वनडे में उनकी बल्लेबाजी ने हर किसी को रोमांचित किया। हर अच्छी चीज का अंत होता है और ये बिल्कुल शानदार रहा है। उन्होंने विकेटकीपरों के आने और देश के लिए पहचान बनाने के लिए मानक तय किए हैं। वो मैदान पर बिना किसी मलाल के अलविदा कहेंगे। उनके जैसी नेतृत्व क्षमता मुश्किल से ही मिलती है। उनका एक शानदार करियर रहा। मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं।'धोनी ने 2004 में वनडे में पदार्पण किया था। बाद में वो विश्व क्रिकेट में सबसे सफल कप्तान बने। उनकी कप्तानी में ही भारत साल 2007 टी 20 विश्व कप में पाकिस्तान को हराकर चैंपियन बना।इसके चार साल बाद ही धोनी ने 2011 विश्व कप में भारत को चैंपियन बनाया। इसके दो साल बाद उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती थी।बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, 'एमएस धोनी आधुनिक युग के महान खिलाड़ियों में से एक हैं। मैं समझता हूं कि ये एक व्यक्तिगत निर्णय है और हम इसका सम्मान करते हैं। माही के साथ हम सभी प्यार से पेश आते हैं और उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में असाधारण करियर रहा है।'उन्होंने कहा, 'धोनी की कप्तानी प्रेरणादायक और सराहनीय रही है। वो खेल में उस समय से अमीर बनते जा रहे थे, जब वो शामिल हुए थे। मैं उन्हें आईपीएल और उनके भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं।'बता दें धोनी के नाम बतौर कप्तान सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का रिकॉर्ड है। उन्होंने कप्तान के रूप में 332 मैच खेले। उन्होंने भारत के लिए 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी 20 मैच खेले हैं।
सौरव गांगुली ने कहा, 'ये एक युग का अंत है। वो भारत और विश्व कप क्रिकेट के लिए क्या शानदार खिलाड़ी रहे। उनकी कप्तानी की क्षमता एक दम अलग थी, जिसकी बराबरी करना खासकर क्रिकेट के छोटे फॉर्मेट में बहुत मुश्किल होगा।'उन्होंने कहा, 'शुरुआती करियर में वनडे में उनकी बल्लेबाजी ने हर किसी को रोमांचित किया। हर अच्छी चीज का अंत होता है और ये बिल्कुल शानदार रहा है। उन्होंने विकेटकीपरों के आने और देश के लिए पहचान बनाने के लिए मानक तय किए हैं। वो मैदान पर बिना किसी मलाल के अलविदा कहेंगे। उनके जैसी नेतृत्व क्षमता मुश्किल से ही मिलती है। उनका एक शानदार करियर रहा। मैं उन्हें अपनी शुभकामनाएं देता हूं।'धोनी ने 2004 में वनडे में पदार्पण किया था। बाद में वो विश्व क्रिकेट में सबसे सफल कप्तान बने। उनकी कप्तानी में ही भारत साल 2007 टी 20 विश्व कप में पाकिस्तान को हराकर चैंपियन बना।इसके चार साल बाद ही धोनी ने 2011 विश्व कप में भारत को चैंपियन बनाया। इसके दो साल बाद उनकी कप्तानी में भारतीय टीम ने इंग्लैंड में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी भी जीती थी।बीसीसीआई सचिव जय शाह ने कहा, 'एमएस धोनी आधुनिक युग के महान खिलाड़ियों में से एक हैं। मैं समझता हूं कि ये एक व्यक्तिगत निर्णय है और हम इसका सम्मान करते हैं। माही के साथ हम सभी प्यार से पेश आते हैं और उनका अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में असाधारण करियर रहा है।'उन्होंने कहा, 'धोनी की कप्तानी प्रेरणादायक और सराहनीय रही है। वो खेल में उस समय से अमीर बनते जा रहे थे, जब वो शामिल हुए थे। मैं उन्हें आईपीएल और उनके भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं देता हूं।'बता दें धोनी के नाम बतौर कप्तान सबसे ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का रिकॉर्ड है। उन्होंने कप्तान के रूप में 332 मैच खेले। उन्होंने भारत के लिए 350 वनडे, 90 टेस्ट और 98 टी 20 मैच खेले हैं।