Vikrant Shekhawat : Jul 28, 2021, 05:08 PM
जर्मनी की महिला जूडो एथलीट को एक अनचाहे विवाद का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल टोक्यो ओलंपिक्स में फाइट से पहले मार्टेना त्रेजदोस (Martyna Trajdos)की एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें उनके कोच उन्हें गाल पर थप्पड़ मारते हुए नजर आए थे।मार्टेना का मुकाबला हंगरी की महिला खिलाड़ी जोफी ओज्बास के साथ था। महिलाओं की 63 किलो कैटेगिरी में ये राउंड 32 का जूडो मैच था। एक वायरल क्लिप में देखा गया कि मार्टेना मैट पर आने से पहले अपनी कोच क्लॉडीयु पूसा के साथ पास जाती हैं।
पूसा मार्टेना के कंधों को पकड़ते हैं और उनकी पीठ थपथपाते हैं। इसके बाद वे उनके बाएं और दाएं गाल पर थप्पड़ मारते हैं। मार्टेना इसके बाद फाइट के लिए जाती हैं। हालांकि इस फाइट में हंगरी की खिलाड़ी ने दबदबा बनाए रखा और मार्टेना को हार का सामना करना पड़ा। 32 साल की मार्टेना को हालांकि अंदाजा नहीं था कि वे अपनी हार के कारण नहीं बल्कि किसी और वजह के चलते सुर्खियां बटोरेंगी। सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होने के साथ कई इंटरनेट यूजर्स ने मार्टेना के कोच की आलोचना की। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है और इस पोस्ट के कैप्शन में अपने कोच का समर्थन भी किया है।
पूसा मार्टेना के कंधों को पकड़ते हैं और उनकी पीठ थपथपाते हैं। इसके बाद वे उनके बाएं और दाएं गाल पर थप्पड़ मारते हैं। मार्टेना इसके बाद फाइट के लिए जाती हैं। हालांकि इस फाइट में हंगरी की खिलाड़ी ने दबदबा बनाए रखा और मार्टेना को हार का सामना करना पड़ा। 32 साल की मार्टेना को हालांकि अंदाजा नहीं था कि वे अपनी हार के कारण नहीं बल्कि किसी और वजह के चलते सुर्खियां बटोरेंगी। सोशल मीडिया पर ये वीडियो वायरल होने के साथ कई इंटरनेट यूजर्स ने मार्टेना के कोच की आलोचना की। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है और इस पोस्ट के कैप्शन में अपने कोच का समर्थन भी किया है।
उन्होंने इंस्टाग्राम पर इस पोस्ट के कैप्शन में लिखा- काश मैं अपनी जीत को लेकर हेडलाइन बना पाती लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। मुझे लगता है कि इस मुद्दे पर काफी फोकस डाला जा रहा है जबकि सच ये है कि ये मेरा प्रोसेस है और मैंने खुद ही मैच से पहले इस प्रोसेस की वकालत की थी। उन्होंने इंस्टाग्राम पर भी एक स्टोरी पोस्ट की है। इस स्टोरी में लिखा था- दोस्तों, टेंशन मत लीजिए। ये मेरा प्रोसेस है जो मैं हर फाइट से पहले करती हूं। मेरे कोच वैसा ही कर रहे थे जैसा मैं चाहती थी। ऐसा करने के साथ ही मैं काफी ऊर्जा महसूस करती हूं।उन्होंने आगे लिखा- प्लीज आप सब लोग मेरे कोच पर दोष डालना बंद कीजिए। मुझे इसकी जरूरत थी क्योंकि इससे मैं काफी एक्टिव महसूस करती हूं और मानसिक तौर पर फाइट के लिए तैयार होती हूं।गौरतलब है कि हंगरी की ओज्बास ने मार्टेना को हराने के बाद राउंड ऑफ 16 मैच भी जीता था। हालांकि वे इटली की मारिया सेंट्राशियो से मुकाबला हार गईं। मारिया ने कांस्य पदक जीता वही स्लोवेनिया की एथलीट टीना टर्स्टनजेक ने सिल्वर पदक जीता। फ्रांस की एथलीट क्लेरिस गोल्ड जीतने में कामयाब रहीं।