Prime Minister Of Israel / बेंजामिन नेतन्याहू बने फिर इजरायल के प्रधानमंत्री, लैपिड ने कहा- ज्यादा दिन रहने नहीं देंगे

बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को इजरायल के नये प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। देश के सबसे ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले 73 वर्षीय नेतन्याहू ने अपने नेतृत्व वाली छठी सरकार का गठन किया है जिसमें कई धुर दक्षिणपंथी पार्टियां शामिल हैं। नेतन्याहू के पास इजराइली संसद ‘नेसेट’ के 120 सदस्यों में से 63 का समर्थन है जो सभी दक्षिणपंथी हैं। सदन में नेतन्याहू के खिलाफ 54 सांसदों ने वोट किया। उनको समर्थन करने वालों में

Vikrant Shekhawat : Dec 29, 2022, 10:26 PM
Prime Minister Of Israel: बेंजामिन नेतन्याहू ने गुरुवार को इजरायल के नये प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। देश के सबसे ज्यादा समय तक प्रधानमंत्री रहने वाले 73 वर्षीय नेतन्याहू ने अपने नेतृत्व वाली छठी सरकार का गठन किया है जिसमें कई धुर दक्षिणपंथी पार्टियां शामिल हैं। नेतन्याहू के पास इजराइली संसद ‘नेसेट’ के 120 सदस्यों में से 63 का समर्थन है जो सभी दक्षिणपंथी हैं। सदन में नेतन्याहू के खिलाफ 54 सांसदों ने वोट किया। उनको समर्थन करने वालों में उनकी लिकुद पार्टी, यूनाइटेड तोरा जुदैज्म, दक्षिणपंथी ओत्ज्मा येहुदित, रिलिजियस जियोनिस्ट पार्टी और नोआम शामिल हैं।

इजरायल में पहली बार समलैंगिक बना स्पीकर

कई लोगों ने आशंका जताई है कि नेतन्याहू के नेतृत्व में बने इस समीकरण से देश की आबादी के बड़े हिस्से की सरकार के साथ असहमति हो सकती है। इजरायल की 37वीं सरकार के विश्वासमत प्राप्त करने से महज कुछ समय पहले नेसेट ने लिकुद पार्टी के सांसद अमीर ओहाना को नया स्पीकर चुना। पिछली सरकारों में न्यायमंत्री और जन सुरक्षा मंत्री रह चुके ओहाना नेसेट के पहले घोषित समलैंगिक स्पीकर हैं। शपथ से पहले संसद में नेतन्याहू ने कहा था कि उनकी सरकार के 3 ‘राष्ट्रीय लक्ष्य’ ईरान को परमाणु आयुधों की ओर बढ़ने से रोकना, पूरे देश में बुलेट ट्रेन चलाना और अब्राहम समझौतों के दायरे में और अधिक अरब देशों को लाना हैं।

नेतन्याहू ने 5 महिलाओं को मंत्रिमंडल में जगह दी

नेतन्याहू के भाषण के दौरान विपक्षी सदस्य बार-बार टोका-टोकी कर रहे थे और उन्हें ‘कमजोर’ तथा ‘नस्लवादी’ कह रहे थे। हंगामे के बीच नेतन्याहू ने कहा, ‘मतदाताओं के जनादेश का सम्मान कीजिए। यह लोकतंत्र का या देश का अंत नहीं है।’ उन्होंने देश के नागरिकों की निजी सुरक्षा में सुधार करने और जीवनस्तर के बढ़ते खर्च को कम करने का वादा किया। इस दौरान अनेक विपक्षी सांसदों को सदन से बाहर कर दिया गया। नेतन्याहू ने 31 मंत्रियों और तीन उप मंत्रियों की नियुक्ति की घोषणा की है। रक्षा, शिक्षा और कल्याण मंत्रालय में 2-2 मंत्री एक साथ काम करेंगे। मंत्रियों के रूप में केवल 5 महिलाए हैं।

लैपिड ने कहा- सरकार गिराने की कोशिश करेंगे

नेतन्याहू के सरकार बनाने की घोषणा करने के बाद निवर्तमान प्रधानमंत्री येर लैपिड ने अपने संबोधन में अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने अपने पूर्ववर्ती और गठबंधन सहयोगी नाफ्ताली बेनेट की भी उपलब्धियां गिनाईं। लैपिड ने कहा, ‘हम आपको अच्छी हालत में सरकार सौंप रहे हैं। इसे बर्बाद करने की कोशिश मत कीजिए। हम जल्द ही लौटेंगे।’ उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में पहले कहा था कि आने वाली सरकार को गिराने के लिए संघर्ष करते रहेंगे और वापसी करेंगे। उन्होंने कहा कि यह अंत नहीं, हमारे प्यारे देश के लिए संघर्ष की शुरुआत है।

फिलिस्तीनियों ने नई सरकार के इरादों को खतरनाक कहा

इस बीच फलीस्तीनी प्राधिकार ने इजरायल की नई सरकार के पश्चिमी तट पर बस्तियों का विस्तार करने के एजेंडे की आलोचना की और इसे ‘खतरनाक’ करार दिया। पीए अध्यक्ष महमूद अब्बास के प्रवक्ता नाबिल अबू रुदीनेह ने कहा, ‘ये दिशानिर्देश खतरनाक तरीके से टकराव बढ़ाने वाले हैं और इसका असर क्षेत्र पर दिखाई देगा।’ यरूशलम में नेसेट के बाहर सैकड़ों इजराइलियों ने नयी बनने जा रही सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों की संख्या दिन ढलने के साथ हजारों में पहुंच गई। मध्यमार्गी व वामपंथी संगठनों द्वारा आयोजित इस विरोध प्रदर्शन का विपक्षी पार्टियों ने समर्थन किया।