Vikrant Shekhawat : Jan 26, 2023, 10:14 PM
पटना. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भले ही इस बात से इंकार करें कि वो प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रेस में शामिल नहीं हैं लेकिन उनके पार्टी के बड़े से लेकर छोटे नेता तक उन्हे प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बताते नहीं थकते हैं और ये भी दावा करते हैं कि नीतीश कुमार बहुत जल्द राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय होने के लिए देश भर का दौरा करेंगे. नीतीश कुमार ये कहना नहीं भूलते हैं कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अगर बीजेपी को शिकस्त देना है तो तमाम विरोधी पार्टियों को कांग्रेस सहित एक साथ आना होगा लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है जिससे नीतीश कुमार थोड़े निराश भी दिख रहे हैं.दरअसल तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने गैर बीजेपी और गैर कांग्रेस एक बड़ी रैली की थी जिससे कांग्रेस के मंसूबे को झटका लगा और ये माना जा रहा है कि क्योंकि कांग्रेस के सबसे बड़े नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा पर निकले हुए हैं और उनके पार्टी के नेता राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार बता रहे हैं जिसकी वजह से कई पार्टियां कांग्रेस से कन्नी काटती दिख रही हैं और अब कांग्रेस को जेडीयू की तरफ से भी झटका लगता दिख रहा है.दरअसल राहुल गांधी के भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में कश्मीर में शामिल होने के लिए गैर बीजेपी पार्टियों को आमंत्रित किया गया है जिसमें जदयू को भी बुलावा भेजा गया लेकिन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने नागालैंड चुनाव का हवाला देकर शामिल होने में असमर्थता जाहिर कर कांग्रेस को झटका दे दिया है. नीतीश कुमार इन दिनों समाधान यात्रा में व्यस्त हैं लेकिन माना जा रहा है कि जदयू भी नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर देखना चाहती है लेकिन कांग्रेस के रुख को देख ये संभव नहीं लगता है.हालांकि जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने कांग्रेस के आमंत्रण मिलने के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर जो बातें कही हैं वो बेहद महत्वपूर्ण है. ललन सिंह ने कांग्रेस से आग्रह किया है कि विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस आगे आए और तमाम बीजेपी विरोधी पार्टियों को एकजुट करे. जदयू मानता है कि इस वक्त जो समय की मांग है कि तमाम पार्टियां एकजुट हों और कांग्रेस इस दिशा में उपयुक्त कदम उठाएगी. जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा के समापन कार्यक्रम में 30 जनवरी को श्रीनगर में शामिल होने से असमर्थता जताते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे एक पत्र में यात्रा के समापन कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के लिए वजह बताई है कि चुनावी राज्य नगालैंड में उनका एक राजनीतिक कार्यक्रम है, जिसकी वजह से वो इसमें शामिल नहीं हो सकते हैं.जाहिर है कि जदयू का स्टैंड कांग्रेस के लिए झटका माना जा रहा है क्योंकि कांग्रेस को उम्मीद था कि बिहार में महागठबंधन की सरकार है और कांग्रेस भी इसमें शामिल है. जदयू उसके नेता के साथ भारत जोड़ो यात्रा के समापन समारोह में शामिल होगा लेकिन जदयू ने शामिल नहीं होकर फ़िलहाल कांग्रेस को झटका दे दिया है.