Vikrant Shekhawat : Aug 29, 2020, 08:52 PM
नगर के कई प्रमुख नालों पर अतिक्रमणो से बरसात के पानी की निकासी नही, अतिक्रमण से परेशानी झेल रहे शहरवासी
भीनमाल | खुशी का चांद यहां कम जवान होता है, हर तरफ गमजदा आसमान होता है। बारिश आपके लिए खुशी की बात होगी, भीनमाल शहर का तो इम्तिहान होता है। बारिश के मौसम में यह पंक्तियां भीनमाल शहर पर बखूबी लागू होती है। यहां तक कि शहर में प्रशासिक मुखिया के नाते बैठे उपखण्ड मजिस्ट्रेट के इलाके के हालत बेहद खराब हैं।अब जब उपखंड कार्यालय में ही पानी की निकासी नही होगी तो शहर की तो बात ही क्या करनी..? यहां पर बैठने वाले प्रशासनिक अधिकारी ही डूब क्षेत्र में बैठे तो शहर का तो हाल ही बुरा ही होगा...? शहर में जहां पानी जाने के बड़े-बडे नाले थे वहा पर अतिक्रमियों ने कब्जा कर बरसात के पानी जाने का रास्ता या तो कम कर दिया या फिर पूर्ण बन्द ही कर दिया है। इन अतिक्रमणकारियों के कारण ही पूर्व में वर्ष 2015 व 2017 में आई बाढ़ निचली कॉलोनियों के बाशिंदों के घरों में पानी घुसा गया था। जिसके कारण काफी नुकसान हुआ था। इतना होने के बावजूद भी प्रशासन की अभी तक नींद नही खुल रही है। तो इधर बारिश ने शहर की सड़कों की तस्वीर बदल दी है।
सड़कें गहरे गड्ढों में तब्दीलनगर की प्रमुख कॉलोनियों की तो बात ही छोड़ दे पर नगर की प्रमुख सड़कें भी गहरे-गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। जल निकासी की ठोस व्यवस्था नहीं होने तथा सड़क किनारे लबा-लब पानी होने से सड़कों को और नुक्सान पहुंचने की उम्मीद है। जर्जर सड़कों से होकर लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। पॉश कालोनी समेत सभी जगह एक जैसा हाल है। शहर की सड़कें बारिश से बदहाल हो चुकी हैं। सड़कें गहरे गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। इस कारण लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। गहरे गड्ढों में भरे पानी से अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कहां पानी है और कहां सड़क टूटी है। ऐसे में वाहन कई बार दुर्घटनाग्रस्त होते बचे। यहां टूटी सड़केलगातार हो रही बारिश से शहर की तस्वीर ही बदल गयी है। शहर के माघ चौक, क्षेमंकरी सर्किल, गायत्री मन्दिर रोड, खारी रोड, जुंजाणी बस स्टैंड, बाई पास रोड, प्रताप कॉलोनी, जसवंतपुरा रोड, श्रीमाल नगर समेत कई जगहों की सड़कें खड्डों में तब्दील हो गयी है। इन टूटी सड़को से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पानी निकासी की समस्याशेखर व्यास ने बताया कि शहर में पानी की निकासी नही होने से हर वर्ष बारिश से कई कॉलोनियों में पानी का भराव हो जाता है। कई जगहों पर जहा बड़े नाले थे। वहां पर अतिक्रमण कर लोगो ने पानी जाने का रास्ता कम कर दिया है। 2 घण्टे अगर ज्यादा बारिश हो जाये तो कॉलोनियों का हाल ही बुरा होता है। कॉलोनियों में पानी का भराव होने से कई जनो के घरों में पानी तक घुस जाता है। पूर्व में आई बाढ़ में बाद आज तक पालिका ने इस ओर क़भी ध्यान ही नही दिया। जिसके खामियाजा कॉलोनी वालो को भुगतना पड़ता है।
भीनमाल | खुशी का चांद यहां कम जवान होता है, हर तरफ गमजदा आसमान होता है। बारिश आपके लिए खुशी की बात होगी, भीनमाल शहर का तो इम्तिहान होता है। बारिश के मौसम में यह पंक्तियां भीनमाल शहर पर बखूबी लागू होती है। यहां तक कि शहर में प्रशासिक मुखिया के नाते बैठे उपखण्ड मजिस्ट्रेट के इलाके के हालत बेहद खराब हैं।अब जब उपखंड कार्यालय में ही पानी की निकासी नही होगी तो शहर की तो बात ही क्या करनी..? यहां पर बैठने वाले प्रशासनिक अधिकारी ही डूब क्षेत्र में बैठे तो शहर का तो हाल ही बुरा ही होगा...? शहर में जहां पानी जाने के बड़े-बडे नाले थे वहा पर अतिक्रमियों ने कब्जा कर बरसात के पानी जाने का रास्ता या तो कम कर दिया या फिर पूर्ण बन्द ही कर दिया है। इन अतिक्रमणकारियों के कारण ही पूर्व में वर्ष 2015 व 2017 में आई बाढ़ निचली कॉलोनियों के बाशिंदों के घरों में पानी घुसा गया था। जिसके कारण काफी नुकसान हुआ था। इतना होने के बावजूद भी प्रशासन की अभी तक नींद नही खुल रही है। तो इधर बारिश ने शहर की सड़कों की तस्वीर बदल दी है।
सड़कें गहरे गड्ढों में तब्दीलनगर की प्रमुख कॉलोनियों की तो बात ही छोड़ दे पर नगर की प्रमुख सड़कें भी गहरे-गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। जल निकासी की ठोस व्यवस्था नहीं होने तथा सड़क किनारे लबा-लब पानी होने से सड़कों को और नुक्सान पहुंचने की उम्मीद है। जर्जर सड़कों से होकर लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। पॉश कालोनी समेत सभी जगह एक जैसा हाल है। शहर की सड़कें बारिश से बदहाल हो चुकी हैं। सड़कें गहरे गड्ढों में तब्दील हो गई हैं। इस कारण लोगों को घरों से निकलना मुश्किल हो रहा है। गहरे गड्ढों में भरे पानी से अंदाजा लगाना मुश्किल है कि कहां पानी है और कहां सड़क टूटी है। ऐसे में वाहन कई बार दुर्घटनाग्रस्त होते बचे। यहां टूटी सड़केलगातार हो रही बारिश से शहर की तस्वीर ही बदल गयी है। शहर के माघ चौक, क्षेमंकरी सर्किल, गायत्री मन्दिर रोड, खारी रोड, जुंजाणी बस स्टैंड, बाई पास रोड, प्रताप कॉलोनी, जसवंतपुरा रोड, श्रीमाल नगर समेत कई जगहों की सड़कें खड्डों में तब्दील हो गयी है। इन टूटी सड़को से वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पानी निकासी की समस्याशेखर व्यास ने बताया कि शहर में पानी की निकासी नही होने से हर वर्ष बारिश से कई कॉलोनियों में पानी का भराव हो जाता है। कई जगहों पर जहा बड़े नाले थे। वहां पर अतिक्रमण कर लोगो ने पानी जाने का रास्ता कम कर दिया है। 2 घण्टे अगर ज्यादा बारिश हो जाये तो कॉलोनियों का हाल ही बुरा होता है। कॉलोनियों में पानी का भराव होने से कई जनो के घरों में पानी तक घुस जाता है। पूर्व में आई बाढ़ में बाद आज तक पालिका ने इस ओर क़भी ध्यान ही नही दिया। जिसके खामियाजा कॉलोनी वालो को भुगतना पड़ता है।