AajTak : May 15, 2020, 11:24 AM
अमेरिका: के कैलिफोर्निया राज्य के सैन फ्रांसिस्को शहर में ऑनलाइन बाइबिल क्लास के दौरान पॉर्नोग्राफिक वीडियो चल गया। जिसकी वजह से सैकड़ों लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इसके बाद जो चर्च इस बाइबिल क्लास को करवा रहा था उसने ऑनलाइन वीडियो कॉल कराने वाली कंपनी पर मुकदमा ठोक दिया। आइए जानते हैं हुआ क्या
कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को शहर के सबसे पुराने सेंट पॉलस लुथेरन चर्च ने जूम वीडियो चैट के जरिए ऑनलाइन बाइबल क्लास का आयोजन किया था। पादरी बाइबल की बातें बता रहे थे। लोग अपने-अपने घरों में कंप्यूटर और मोबाइल पर क्लास अटेंड कर रहे थे कि तभी स्क्रीन पर पॉर्न चलने लगा। इस बाइबिल क्लास के दौरान जो पॉर्न वीडियो चला उसमें दिखाया जा रहा था कि बड़े लोग बच्चों के साथ शारीरिक संबंध बना रहे थे। नवजात और छोटे बच्चे भी शामिल थे। उनका शारीरिक शोषण किया जा रहा था। इसके बाद तत्काल जूम पर चल रही बाइबिल की वीडियो क्लास को खत्म किया गया। फिर सेंट पॉलस लुथेरन चर्च की तरफ से फेडरल कोर्ट में जूम वीडियो कम्यूनिकेशन पर निजता के हनन, धार्मिक कार्यों में बाधा समेत कई धाराओं के तहत केस किया गया है। चर्च के एडमिनिस्ट्रेटर ने कहा कि बाइबिल क्लास के दौरान काफी बुजुर्ग लोग ऑनलाइन थे।
सेंट पॉलस लुथेरन चर्च सैन फ्रांसिस्को के सबसे पुराने चर्चों में से एक है। ये बाइबिल की क्लास 6 मई को हुई थी। इसके बाद चर्च ने फेडरल कोर्ट में जूम ऐप के खिलाफ केस किया। चर्च द्वारा की गई इस क्लास में ज्यादातर बुजुर्ग लोग थे। हैकर इतना बदमाश था कि लोग मीटिंग छोड़कर वापस ज्वाइन करते थे, तो वह वापस उन्हें वहीं गंदे वीडियो दिखाने लगता था। ये मामला सामने आने के बाद जूम कंपनी का कहना है कि वह अपने सिक्योरिटी फीचर्स को और मजबूत करेगा।
कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को शहर के सबसे पुराने सेंट पॉलस लुथेरन चर्च ने जूम वीडियो चैट के जरिए ऑनलाइन बाइबल क्लास का आयोजन किया था। पादरी बाइबल की बातें बता रहे थे। लोग अपने-अपने घरों में कंप्यूटर और मोबाइल पर क्लास अटेंड कर रहे थे कि तभी स्क्रीन पर पॉर्न चलने लगा। इस बाइबिल क्लास के दौरान जो पॉर्न वीडियो चला उसमें दिखाया जा रहा था कि बड़े लोग बच्चों के साथ शारीरिक संबंध बना रहे थे। नवजात और छोटे बच्चे भी शामिल थे। उनका शारीरिक शोषण किया जा रहा था। इसके बाद तत्काल जूम पर चल रही बाइबिल की वीडियो क्लास को खत्म किया गया। फिर सेंट पॉलस लुथेरन चर्च की तरफ से फेडरल कोर्ट में जूम वीडियो कम्यूनिकेशन पर निजता के हनन, धार्मिक कार्यों में बाधा समेत कई धाराओं के तहत केस किया गया है। चर्च के एडमिनिस्ट्रेटर ने कहा कि बाइबिल क्लास के दौरान काफी बुजुर्ग लोग ऑनलाइन थे।
#computerhacking | #computer | #Hacking | US church sues Zoom after Bible study ‘zoombombed’ by child abuse https://t.co/NydTxLiAfw
— National Cyber Security (@NCSVenturrs) May 14, 2020
जब इस बारे में जूम कंपनी के प्रवक्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि किसी हैकर ने उस क्लास को हैक करके उसमें पॉर्नोग्राफिक वीडियो चला दिया था। हमने उस हैकर को पहचान लिया है और उसके जूम एक्सेस को ब्लॉक कर दिया है। साथ ही संबंधित कानूनी एजेंसियों को उस हैकर की जानकारी भी दे दी है। हमें इस घटना पर बेहद दुख है।साथ ही साथ जूम प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी ने अपनी सिक्योरिटी फीचर्स को अपडेट किया है। लेकिन अगर लोग बहुत ज्यादा संख्या में पासवर्ड शेयर करेंगे तो किसी भी प्रकार की दिक्कत हो सकती है। कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर के देशों में लॉकडाउन के दौरान जूम एप का काफी ज्यादा उपयोग हुआ है। लोग इसी के जरिए अपनी मीटिंग्स और कॉन्फ्रेंसेस कर रहे हैं। लेकिन सिक्योरिटी फीचर्स में कमी होने की वजह से हैकर किसी भी मीटिंग के बीच में पहुंच जाते हैं।This church filed a class-action lawsuit against Zoom after a bible class was bombarded with a series of graphic videos depicting pornography, child abuse and even defecation.https://t.co/SSgDUJbCFU
— New York Daily News (@NYDailyNews) May 14, 2020
सेंट पॉलस लुथेरन चर्च सैन फ्रांसिस्को के सबसे पुराने चर्चों में से एक है। ये बाइबिल की क्लास 6 मई को हुई थी। इसके बाद चर्च ने फेडरल कोर्ट में जूम ऐप के खिलाफ केस किया। चर्च द्वारा की गई इस क्लास में ज्यादातर बुजुर्ग लोग थे। हैकर इतना बदमाश था कि लोग मीटिंग छोड़कर वापस ज्वाइन करते थे, तो वह वापस उन्हें वहीं गंदे वीडियो दिखाने लगता था। ये मामला सामने आने के बाद जूम कंपनी का कहना है कि वह अपने सिक्योरिटी फीचर्स को और मजबूत करेगा।