Russia Mercenary Group / बगावत को लेकर रूस में बड़ा खुलासा, प्रिगोझिन-अमेरिका में हुई सीक्रेट डील

कभी पुतिन के सबसे भरोसेमंद रहे प्रिगोझिन ने अचानक मोर्चा नहीं खोला, बल्कि इसके पीछे एक सोची-समझी साजिश थी. हालांकि कहा तो यह भी जा रहा है कि रूस में जो कुछ हुआ उसके पीछे अमेरिका का हाथ है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि प्रिगोझिन ने जो कदम उठाया, उसके बाद उसको यूएस की तरफ से बड़ी राहत दी गई. प्रिगोझिन की बगावत की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं और सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके हिसाब से साफ-साफ इसके पीछे

Vikrant Shekhawat : Jun 25, 2023, 01:07 PM
Russia Mercenary Group: कभी पुतिन के सबसे भरोसेमंद रहे प्रिगोझिन ने अचानक मोर्चा नहीं खोला, बल्कि इसके पीछे एक सोची-समझी साजिश थी. हालांकि कहा तो यह भी जा रहा है कि रूस में जो कुछ हुआ (24 घंटे की जो बगावत चली) उसके पीछे अमेरिका का हाथ है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि प्रिगोझिन ने जो कदम उठाया, उसके बाद उसको यूएस की तरफ से बड़ी राहत दी गई.

प्रिगोझिन की बगावत की टाइमिंग को लेकर भी सवाल उठाए जा रहे हैं और सूत्रों से जो जानकारी मिली है, उसके हिसाब से साफ-साफ इसके पीछे यूएस का हैं. अमेरिका और प्रिगोझिन में सीक्रेट डील को लेकर एक बहुत ही बड़ा खुलासा हुआ है. इस खुलासे के बाद बगावत की इनसाइड स्टोरी बाहर आ गई है.

सीक्रेट डील के तीन बड़े सबूत

हम क्यों कह रहे हैं कि बगावत की पटकथा एक सीक्रेट डील के तहत लिखी गई, इसके तीन बड़े सबूत नजर आ रहे हैं.

पहला सबूत – वैगनर पर अमेरिका अचानक इतनी नरमी बरत रहा है.

दूसरा सबूत– मीडिया को टॉप अमेरिकी अफसरों से मिली जानकारी के मुताबिक, अमेरिका को पहले से ही इस पूरे बगावत की भनक या यूं कह लीजिए कि जानकारी थी.

तीसरा सबूत– पुतिन के खिलाफ प्रिगोझिनअमेरिका के लिए एक बड़ा हथियार साबित हो सकता है. लिहाजा उससे डील कर अमेरिका को बड़ा फायदा मिल सकता है.

मिली जानकारी के अनुसार, वैगनर पर फिलहाल अमेरिका प्रतिबंध नहीं लगाएगा. अफ्रीकी देशों में गोल्ड माइनिंग को लेकर वैगनर पर प्रतिबंध लगने थे, जिसमें कहा गया था कि गोल्ड माइनिंग की कमाई से वह युद्ध में रूस की मदद कर रहा है. लेकिन बगावत एपिसोड के बीच यूएस ने प्रतिबंध टालने का फैसला किया है.

बता दें कि अफ्रीकी देश लीबिया, माली और सूडान में वैगनर आर्मी तैनात है. यहां पर संसाधन और कूटनीतिक समर्थन के एवज में अफ्रीका की मदद वैगनर ग्रुप करता है.

प्रिगोझिन के बगावत की पूरी टाइमलाइन

शुक्रवार (सुबह 11 बजे) प्रिगोझिन ने सोशल मीडिया पर क्रेमलिन के फैसलों पर सवाल उठाना शुरू किया. शोइगु पर आरोप लगाया कि उसने वैगनर फोर्स पर एयरस्ट्राइक का आदेश दिया. प्रिगोझिन वे ऑडियो मैसेज में रूसी आर्मी चीफ पर भी हमला बोला.

शुक्रवार (रात 12 बजे) रूस ने प्रिगोझिनको गिरफ्तार करने का आदेश दिया. FSB ने सैन्य विद्रोह के लिए जांच शुरू की. प्रिगोझिन ने दावा किया कि उसके लड़ाके रोस्तोव जा रहे हैं. मॉस्को और रोस्तोव में रूसी नेशनल गार्ड तैनात किए गए.

शनिवार (सुबह 7:30 बजे) वैगनर ने रोस्तोव पर कब्जा कर लिया. रूसी सेना के पहुंचने के बावजूद कब्जा किया. मिलिट्री हेडक्वार्टर से प्रिगोझिनने वीडियो जारी किया. प्रिगोझिन ने रोस्तोव पर कब्जे का दावा किया.

शनिवार (सुबह) वैगनर फोर्स की एक टुकड़ी मॉस्को की तरफ रवाना हो गई. दूसरी टुकड़ी वोरोनिश इलाके में घुसी. वोरोनिश में लड़ाकों ने रूसी हेलिकॉप्टर्स मार गिराए.

शनिवार (सुबह 10 बजे) प्रिगोझिन की बगावत के बाद पहली बार रूसी राष्ट्रपति पुतिन सामने आए. पुतिन ने नेशनल टीवी पर कहा कि जो भी किया जा रहा है वह पीठ में छुरा घोंपने जैसा.

शनिवार (दोपहर) वैगनर लड़ाके मॉस्को से 250 मील दूर तक लड़ाके पहुंच गए. टैंक, बख्तरबंद गाड़ियों, रॉकेट लॉन्चर के साथ वैगनर फोर्स पहुंची. वैगनर फोर्स को रूसी सेना का हल्का-फुल्का विरोध झेलना पड़ा.

शनिवार (रात 8:30 बजे) बेलारूस की स्टेट मीडिया ने सरप्राइज डील का ऐलान किया. लुकाशेंको और प्रिगोझिनके बीच बातचीत का हवाला दिया गया. कहा गया कि प्रिगोझिनने अपने लड़ाकों को आगे बढ़ने से रोक दिया है. बाद में प्रिगोझिनने भी अपना ऑडियो संदेश जारी किया. प्रिगोझिन ने कहा कि- वैगनर फोर्स मॉस्को से 125 मील दूर है और अब लौट रही है.

शनिवार (रात 11 बजे) वैगनर फोर्स ने रोस्तोव से निकलना शुरू किया. रोस्तोव के लोगों ने लड़ाकों के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया. प्रिगोझिन भी काले रंग की SUV से रोस्तोव से निकला.