बड़ी खबर / मुख्यमंत्री कमलनाथ के साथ हुआ हादसा, अस्पताल की लिफ्ट गिरने से बचे, अफरा-तफरी मची

इंदौर के डीएनएस अस्पताल की लिफ्ट गिरने से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बाल-बाल बचे। हादसा उस वक्त हुआ जब वे अस्पताल में एडमिट पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल से मिलने जा रहे थे। लिफ्ट में सवार होते ही एक झटका लगा और लिफ्ट नीचे गिर गई। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस विधायक सज्जन वर्मा, जीतू पटवारी समेत अन्य नेता भी लिफ्ट में सवार थे। हालाकि इस घटना में कोई हताहत नहीं है।

Vikrant Shekhawat : Feb 21, 2021, 10:04 PM
इंदौर: इंदौर के डीएनएस अस्पताल की लिफ्ट गिरने से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बाल-बाल बचे। हादसा उस वक्त हुआ जब वे अस्पताल में एडमिट पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल से मिलने जा रहे थे। लिफ्ट में सवार होते ही एक झटका लगा और लिफ्ट नीचे गिर गई। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस विधायक सज्जन वर्मा, जीतू पटवारी समेत अन्य नेता भी लिफ्ट में सवार थे। हालाकि इस घटना में कोई हताहत नहीं है। 

इस वजह से हुआ हादसा

हादसे के बाद अचानक अस्पताल में अफरा-तफरी मच गई। तत्काल  बचाव कार्य शुरू किया गया। लिफ्ट के इंजीनियर को भी बुलाया गया। काफी मशक्कत के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। बताया जा रहा है कि ओवरलोडिंग के चलते लिफ्ट गिरी है। इसके बाद पूर्व सीएम कमलनाथ सीढ़ियों के सहारे अस्पताल की तीसरी मंजिल पर गए और पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल का हाल जाना। 

किसी को नहीं आई चोट

दरअसल, इंदौर के एलआईजी चौराहा स्थित डीएनएस हॉस्पिटल में कांग्रेस के नेता रामेश्वर पटेल भर्ती हैं। बताया जा रहा है कि पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ लिफ्ट में क्षमता से ज्यादा लोग सवार हो गए थे। लिफ्ट ओवरलोड होने के चलते ग्राउंड फ्लोर से नीचे फिसल गई। घटना को लेकर पूर्व विधायक और रामेश्‍वर पटेल के बेटे सत्‍यनारायण ने बताया क‍ि क‍िसी को चोट नहीं आई। यह मामूली घटना थी। 

सीएम शिवराज ने लगाया फोन

इस घटना के बाद मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ से फोन पर चर्चा कर उनका हाल पूछा है। इस मामले में सीएम शिवराज सिंह के निर्देश के बाद कलेक्टर द्वारा मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। एसडीएम हिमांशु चंद्र इस मामले की जांच करेंगे।

दरअसल, नगरीय निकाय चुनाव से पहले कांग्रेस ने इंदौर में संभागीय सम्मेलन आयोजित किया है। रविवार को पूर्व सीएम कमलनाथ इंदौर में चल रहे संभागीय सम्मेलन में शामिल हुए थे। इसके बाद उन्हें पता चला कि पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल इंदौर के DNS अस्पताल में भर्ती हैं। लिहाजा वो सम्मेलन से निकले के बाद अस्पताल पहुंचे थे। तभी ये घटना हुई।