आतंक पर वार / पीएम मोदी के जम्मू-कश्मीर दौरे से पहले बड़ा ऑपरेशन, अब तक पांच आतंकी ढेर

देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंचायती राज दिवस के मौके पर 24 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आने वाले हैं। कश्मीर के पाली गांव में उनका कार्यक्रम होगा। इसे देखते हुए पूरे जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था कई गुना बढ़ा दी गई है। इसके बावजूद बीते दो दिनों से यहां आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। मात्र दो दिनों में हुई आतंकी मुठभेड़ों अब तक कुल पांच आतंकी मारे जा चुके हैं, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा का एक कमांडर भी शामिल है।

Vikrant Shekhawat : Apr 22, 2022, 10:21 AM
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंचायती राज दिवस के मौके पर 24 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आने वाले हैं। कश्मीर के पाली गांव में उनका कार्यक्रम होगा। इसे देखते हुए पूरे जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा व्यवस्था कई गुना बढ़ा दी गई है। इसके बावजूद बीते दो दिनों से यहां आतंकी गतिविधियां बढ़ गई हैं। मात्र दो दिनों में हुई आतंकी मुठभेड़ों अब तक कुल पांच आतंकी मारे जा चुके हैं, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा का एक कमांडर भी शामिल है। जबकि एक सीआईएसएफ का जवान भी शहीद हुआ है और जवान घायल हैं। आगे विस्तार से पढ़ें दो दिनों में हुई आतंकी घटनाओं के बारे में...

सुजवां में शुक्रवार को दो दहशतगर्द ढेर, एक जवान शहीद

जम्मू-कश्मीर के सुजवां में शुक्रवार सुबह सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच चल रही मुठभेड़ में दो दहशतगर्द ढेर कर दिए गए, वहीं एक जवान शहीद हो गया है और चार जवान घायल हैं। मुठभेड़ जम्मू के सुंजवां इलाके में हो रही है। जम्मू जोन के एडीजीपी मुकेश सिंह ने कहा कि हुई मुठभेड़ में कुल दो आतंकवादी मारे गए। उन्होंने कहा कि हमने घेराबंदी कर इलाका खाली करा लिया है और अभी मुठभेड़ जारी है। ऐसा लग रहा है कि आतंकी घर में छिपे हुए हैं।

शुक्रवार को सीआईएसएफ जवानों से भरी बस पर आतंकी हमला, एएसआई शहीद; दो जवान घायल

जम्मू-कश्मीर में चड्ढा कैंप के पास शुक्रवार सुबह करीब सवा चार बजे केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) से भरी बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया। जिसमें एक एएसआई शहीद हो गया और दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए।  

सीआईएसएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बस में 15 जवान सवार थे, सभी मॉर्निंग शिफ्ट में ड्यूटी करने जा रहे थे। इसी दौरान घात लगाए आतंकियों ने बस पर हमला कर दिया। सीआईएसएफ ने आतंकी हमले का डटकर मुकाबला किया। जवाबी कार्रवाई में एक एएसआई शहीद हो गया और दो अन्य घायल हो गए।

गुरुवार को बारामुला में मुठभेड़, लश्कर कमांडर समेत तीन आतंकी ढेर

उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में गुरुवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर समेत तीन आतंकियों को मार गिराया। मारा गया सरगना यूसुफ  कांटरू बडगाम जिले में हाल ही में आतंकी हमले में मारे गए एसपीओ और उसके भाई, पूर्व बीडीसी चेयरमैन भूपेंद्र सिंह की हत्या के अलावा अन्य कई हत्याओं में शामिल था। सूत्रों के अनुसार यूसुफ 2017 से आतंकी गतिविधियों में सक्रिय था। मुठभेड़ में सेना के चार और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक जवानभी घायल हुए हैं।

आईजी कश्मीर विजय कुमार के अनुसार, बडगाम पुलिस को इनपुट मिला था कि बारामुला जिले के मलवाह इलाके में पांच आतंकी छिपे हुए हैं। जिसमें तीन स्थानीय और दो पाकिस्तानी हैं। सूचना के आधार पर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ  के साथ मिलकर इलाके की घेराबंदी की और तलाशी अभियान चलाया। जैसे ही सुरक्षाबल इलाके में दाखिल हुए तो एक मकान में छिपे आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग कर दी, जिसमें सेना के तीन व पुलिस का एक जवान घायल हो गए। घायल जवानों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए तीन आतंकियों को मार गिराया। इसमें लश्कर का शीर्ष कमांडर यूसुफ  कांटरू भी मारा गया। वह हाल ही में बडगाम जिले में पुलिस के एसपीओ और उसके भाई, एक सैनिक व एक नागरिक की हत्या सहित नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों की कई हत्याओं में शामिल था। उसने बीडीसी अध्यक्ष सरदार भूपिंदर सिंह की 23 सितंबर 2020 को बडगाम जिले के खाग क्षेत्र में उनके पैतृक स्थान में हत्या कर दी थी। खाग थाने में आतंकी कांटरू के खिलाफ  कई मामले दर्ज थे।

परिवार वालों की गुहार भी नहीं सुनी

आईजीपी ने बताया कि मुठभेड़ में एक अन्य आतंकी भी मारा गया है, जिसकी शिनाख्त फैसल अहमद के रूप में हुई है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार फैसल के परिवार वालों को उसे आत्मसमर्पण करवाने के लिए बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं माना। मारा गया लश्कर कमांडर यूसुफ  2000 से आतंकवाद से जुड़ा था। वह 2017 से लश्कर के लिए काम कर रहा था। पुलिस ने बताया कि कांटरू दो बार आतंकवाद का दामन थामने और उससे अपने को अलग कर चुका था।