Live Hindustan : Dec 13, 2019, 03:14 PM
नई दिल्ली | कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की बलात्कार मामलों को लेकर कथित टिप्पणी पर शुक्रवार को लोकसभा में भाजपा सदस्यों ने भारी हंगामा किया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राहुल गांधी के बयान से पूरा देश आहत हुआ है, उन्हें माफी मांगनी चाहिए और ऐसे बयान देने वाले सदस्य को सदन में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। सदन में भाजपा सदस्यों के भारी हंगामे के बीच इस मुद्दे पर सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी।एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे कार्यवाही पुन: आरंभ होने पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष को माफी मांगनी चाहिए और ऐसे बयान देने वाले को इस सदन का सदस्य रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि गांधी के बयान से यह सदन और पूरा देश आहत हुआ है।सिंह ने कहा, '' देश एक निर्यातक देश के रूप में खड़ा हो जाए इसलिए प्रधानमंत्री जी ने 'मेक इन इंडिया कार्यक्रम पर बल दिया है। 'मेक इन इंडिया के साथ जिस तरह की तुकबंदी सदन के वरिष्ठ सदस्य राहुल गांधी द्वारा की गयी है, उससे पूरा देश आहत हुआ है। उनको सदन ही नहीं बल्कि पूरे देश से माफ़ी मांगनी चाहिए। इस दौरान सदन में राहुल गांधी मौजूद थे। सदन में नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही दोपहर 12:15 बजे के तक के लिए स्थगित कर दी। इससे पहले शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन प्रश्नकाल आरंभ होने के साथ ही भाजपा की कई महिला सदस्य अपने स्थान पर खड़ी हो गईं और राहुल गांधी से माफी की मांग करने लगीं। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने संसद पर 2001 में आज के दिन हुए आतंकी हमले की घटना का जिक्र किया और सदन ने हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी।केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि पहली बार किसी नेता ने इस तरह का बयान दिया है। यह भारत की महिलाओं और देश का अपमान है। राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने सवाल किया कि ''क्या कांग्रेस नेता लोगों को भारत में महिलाओं के साथ बलात्कार करने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं? संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राहुल ने घोर आपत्तिजनक बयान दिया है। इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की सुप्रिया सुले और द्रमुक की कनिमोई से सवाल किया कि राहुल गांधी के बयान के बारे में उनकी क्या राय है कनिमोई ने कहा कि जिस बयान का हवाला दिया गया है वो सदन से बाहर का है। राहुल गांधी ने जो कहा है उसका मतलब है कि देश में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। इस पर आपत्ति जताते हुए स्मृति ईरानी ने कहा कि महिलाओं के मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सोचना चाहिए, लेकिन द्रमुक नेता ने ऐसा नहीं किया। जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल समेत कुछ अन्य मंत्रियों और भाजपा सांसदों संजय जायसवाल तथा लॉकेट चटर्जी समेत अन्य पार्टी सदस्यों ने भी राहुल गांधी से माफी की मांग की। भाजपा सदस्यों ने 'राहुल गांधी माफी मांगो के नारे लगाए। इस दौरान कांग्रेस सदस्य भी नारेबाजी कर रहे थे और पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी यह शिकायत करते नजर आए कि उन्हें बोलने नहीं दिया जा रहा है। दोनों पक्षों की नारेबाजी के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदस्यों से सीटों पर जाने और प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया। हालांकि हंगामा थमता नहीं देख लगभग 11:30 बजे उन्होंने सदन की बैठक को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।