National Unity Day / पीएम मोदी ने दिलाई 'राष्ट्रीय एकता दिवस' पर एकता की शपथ

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर गुजरात के केवडिया में राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया। उन्होंने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और एकता की शपथ दिलाई। मोदी ने सरदार पटेल की 150वीं जयंती के दो वर्षों तक विशेष आयोजन करने की घोषणा भी की।

Vikrant Shekhawat : Oct 31, 2024, 09:51 AM
National Unity Day: भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के केवडिया में एक भव्य कार्यक्रम में सरदार पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित की और राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। सरदार पटेल की जयंती को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाते हुए इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने स्टैच्यू ऑफ यूनिटी पर पुष्पांजलि अर्पित की और परेड में भाग लिया। इस अवसर पर पीएम मोदी ने कहा कि सरदार पटेल का जीवन देश की एकता, संप्रभुता और अखंडता के प्रति समर्पित था, और उन्होंने भावी पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत का काम किया।

पीएम मोदी का सोशल मीडिया संदेश

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सरदार पटेल के प्रति अपना आदर व्यक्त करते हुए लिखा, “भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म-जयंती पर उन्हें मेरा शत-शत नमन। राष्ट्र की एकता और संप्रभुता की रक्षा उनके जीवन की सर्वोच्च प्राथमिकता थी। उनका व्यक्तित्व और कृतित्व देश की हर पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा।” इस संदेश के माध्यम से प्रधानमंत्री ने यह स्पष्ट किया कि सरदार पटेल का जीवन और कार्य हमारे राष्ट्र के लिए अमूल्य धरोहर है।

सरदार पटेल की 150वीं जयंती का उत्सव

प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि अगले दो वर्षों तक देश सरदार पटेल की 150वीं जयंती का जश्न मनाएगा। यह दो वर्षों की अवधि उनके असाधारण योगदान का सम्मान होगी, जिसमें हर सरकारी पहल और मिशन में राष्ट्रीय एकता की झलक देखने को मिलेगी। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जब भारत को आजादी मिली थी, तो दुनिया के कई लोगों को यह विश्वास नहीं था कि भारत सैकड़ों रियासतों को जोड़कर एक एकीकृत राष्ट्र बना पाएगा। लेकिन सरदार पटेल की यथार्थवादी सोच, सत्य के प्रति अटल निष्ठा, मानवता के प्रति प्रेम और राष्ट्र के प्रति समर्पण ने इसे संभव किया।

राष्ट्रीय एकता दिवस और स्टैच्यू ऑफ यूनिटी

हर साल 31 अक्टूबर को ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ मनाकर सरदार पटेल के योगदान को याद किया जाता है। आजादी के बाद सरदार पटेल ने 563 से अधिक रियासतों को एकीकृत कर एक अखंड भारत की नींव रखी थी। उनके इसी योगदान का प्रतीक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी, गुजरात के केवडिया में निर्मित, विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा है और यह सरदार पटेल के अटूट संकल्प और राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है।

भारत के पहले गृहमंत्री का योगदान

भारत के पहले गृहमंत्री के रूप में सरदार पटेल ने देश के एकीकरण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी सूझबूझ और दृढ़ निष्ठा ने भारत को एक सशक्त और संप्रभु राष्ट्र बनाने में सहयोग किया। विदेशी शक्तियां उस समय भारत को कमजोर करने के षड्यंत्र में जुटी थीं, लेकिन सरदार पटेल की कुशल रणनीति और दूरदर्शिता ने इन सभी षड्यंत्रों को नाकाम कर दिया। उनके प्रयासों से भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र बना और आज इस स्थिति का श्रेय सरदार पटेल की राजनीतिक दृष्टि और दृढ़ संकल्प को जाता है।

निष्कर्ष

सरदार वल्लभभाई पटेल भारतीय इतिहास के ऐसे नायक हैं जिन्होंने अपने कर्मों से भारत को एकता, अखंडता और संप्रभुता का प्रतीक बनाया। उनकी जयंती पर प्रधानमंत्री मोदी की ओर से एकता की शपथ दिलाना और उनके योगदान को सम्मानित करना हमारे लिए गर्व का विषय है। उनके आदर्श, उनके सिद्धांत, और उनके संघर्ष हमारे देश की हर पीढ़ी को प्रेरणा देते रहेंगे।