Indian Railway / कैबिनेट की रेलवे के 7 नए प्रोजेक्ट को मंजूरी, 32500 करोड़ की हरी झंडी

अब देश में रेलवे के विकास में और तेजी आएगी. केंद्र सरकार ने इसके लिए 7 बड़े प्रोजेक्ट्स की मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में इन प्रोजेक्ट्स पर फैसले लिए गए. केंद्र सरकार का मानना है कि इन प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू होने से भारतीय रेलवे मॉडर्न हो जाएगा और पहले के मुकाबले सुविधाएं भी बेहतर हो जाएंगी. खास बात यह है कि इन प्रोजेक्ट्स के तहत देश में कई जगहों पर नई

Vikrant Shekhawat : Aug 16, 2023, 07:09 PM
Indian Railway: अब देश में रेलवे के विकास में और तेजी आएगी. केंद्र सरकार ने इसके लिए 7 बड़े प्रोजेक्ट्स की मंजूरी दे दी है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित कैबिनेट बैठक में इन प्रोजेक्ट्स पर फैसले लिए गए. केंद्र सरकार का मानना है कि इन प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू होने से भारतीय रेलवे मॉडर्न हो जाएगा और पहले के मुकाबले सुविधाएं भी बेहतर हो जाएंगी. खास बात यह है कि इन प्रोजेक्ट्स के तहत देश में कई जगहों पर नई रेलवे लाइनें भी बिछाई जाएंगी. साथ ही रेल लाइन को अपग्रेड भी किया जाएगा. इसके लिए सरकार ने अनुमानित लागत 32500 करोड़ रुपये निर्धारित की है.

इसमें से 4195 करोड़ रुपए की लागत से पूरे देश में 508 रेलवे स्टेशनों को मॉडर्न किया जाएगा. इन स्टेशनों पर यात्रियों को सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं दी जाएंगी. खास बात यह है कि रेलवे के विकास के लिए ये सारे काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत किया जाएगा. साथ ही हरियाणा में भी 16 रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जाएगा. इसके लिए 608 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.

इस तरह होगा स्टेशनों का विकास

कहा जा रहा है कि हरियाणा के सभी स्टेशनों का विकास राज्य की संस्कृति और विरासत के आधर पर किया जाएगा. यानि कि स्टेशनों की दीवारों पर हरियाणा की कलाकृति से जुड़ी पेंटिंग्स भी उकेरी जाएंगी. ताकि दूसरे राज्य के यात्री हरियाणा की संस्कृति को करीब से जान सकें. सूत्रों के मुताबिक, अधिकांश रेलवे प्रोजेक्ट उन राज्यों के लिए पास किए गए हैं, जहां पर आने वाले महीनों में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं.

स्लीपर ट्रेनें तैयार हो जाएंगी

वहीं, खबर ये भी है कि भारतीय रेलवे लंबी दूरी के लिए वंदे भारत की स्लीपर ट्रेनें भी ला सकता है. इसके लिए वह तैयारी कर रहा है. अगले साल तक वंदे भारत की स्लीपर ट्रेनों की पहली खेप आ जाएगी. ऐसे भी केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में वंदे भारत ट्रेनों के लिए स्लीपर बोगी तैयार की जाएगी. तब उन्होंने कहा था कि दिसंबर से फैक्ट्री में स्लीपर कोच का निर्माण शुरू हो जाएगा. खास बात यह है कि अगले साल मार्च तक कुछ स्लीपर ट्रेनें तैयार हो जाएंगी.