Maharashtra / उद्धव ठाकरे से मिलना तो दूर फोन पर बात को भी तरस जाते हैं कैबिनेट मंत्री

Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में हाई वोल्टेज सियासी ड्रामा जारी है। ताजा घटनाक्रम में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सीएम आवास छोड़कर अपने घर 'मातोश्री' चले गए हैं। राज्य में उठे इस सियासी संकट के कई कारण गिनाए जाते हैं। हालांकि, एक बात और जो चर्चा में है, वह है कि सीएम ठाकरे तक पहुंचना लोगों के लिए बहुत मुश्किल है। आम लोग तो दूर विधायक और सरकार में मंत्री भी सीएम से मिलना तो दूर फोन पर बात करने को तरस जाते हैं।

Vikrant Shekhawat : Jun 23, 2022, 08:12 AM
Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में हाई वोल्टेज सियासी ड्रामा जारी है। ताजा घटनाक्रम में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सीएम आवास छोड़कर अपने घर 'मातोश्री' चले गए हैं। राज्य में उठे इस सियासी संकट के कई कारण गिनाए जाते हैं। हालांकि, एक बात और जो चर्चा में है, वह है कि सीएम ठाकरे तक पहुंचना लोगों के लिए बहुत मुश्किल है। आम लोग तो दूर विधायक और सरकार में मंत्री भी सीएम से मिलना तो दूर फोन पर बात करने को तरस जाते हैं।

इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, एक कांग्रेस विधायक ने बताया, 'जैसे सेना में मंत्री होने के बावजूद उनकी सीएम तक निजी तौर पर पहुंच नहीं थी। विधायकों की हालत और खराब थी। हमने मुख्यमंत्रियों को विपक्ष के विधायकों के साथ आमने-सामने बैठके करते देखा है। हालांकि, मौजूदा सीएम के साथ यह बात दुर्लभ है।'

उन्होंने बताया कि मंत्रियों के पास कोई भी ताकत नहीं है, क्योंकि संसाधनों को लेकर तीन पार्टियों के बीच तनातनी चल रही थी। रिपोर्ट के मुताबिक, सालभर पहले एक पत्रकार को एक व्यक्ति का फोन आया, जो सीएम ठाकरे का नंबर तलाश रहा था। यह देखकर पत्रकार भी चौंक गया, क्योंकि कॉल करने वाला महाविकास अघाड़ी सरकार में कैबिनेट मंत्री था।

वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायकों को ओवरटाइम से शिवसेना विधायकों की मुश्किलें बढ़ गई थी। उप मुख्यमंत्री अजित पवार लगभग हर रोज सुबह करीब 6.30 बजे से मंत्रालय में होते थे और बैठकें करते थे और फाइल्स क्लियर करते थे।


महाराष्ट्र के मौजूदा हाल समझें

शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे ने 40 से ज्यादा MLAs के समर्थन का दावा किया है। खबर यह भी है कि उन्होंने मुख्यमंत्री पद की पेशकश को भी ठुकरा दिया है। अब मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना के दो और विधायक भी शिंदे के साथ जुड़ने जा रहे हैं। इनमें कुर्ला से मंगेश कुडलकार और दादर से सदा सार्वंकर का नाम शामिल है।