Himachal / पर्यटकों से भरी केबल कार ट्रॉली बीच हवा में फंसी, सभी पर्यटकों को सुरक्षित बचाया

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में बीच हवा में ही पर्यटकों की जान अटक गई है। दरअसल यहां पर्यटक केबल कार ट्रॉली में सवार थे और यह ट्रॉली बीच हवा में ही फंस गई है। जानकारी के मुताबिक, परवाणु टिंबर ट्रेल (केबल कार) में तकनीकी दिक्कत आने की वजह से 15 पयर्टक हवा में फंस गए। सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।

हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में बीच हवा में ही पर्यटकों की जान अटक गई है। दरअसल यहां पर्यटक केबल कार ट्रॉली में सवार थे और यह ट्रॉली बीच हवा में ही फंस गई है। जानकारी के मुताबिक, परवाणु टिंबर ट्रेल (केबल कार) में तकनीकी दिक्कत आने की वजह से 15 पयर्टक हवा में फंस गए। सूचना मिलने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है।

रेस्क्यू टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद सभी पर्यटकों काे सुरक्षित बचा लिया है। केबल कार ट्रॉली से सुरक्षित निकलने के बाद पर्यटकों ने रेस्क्यू टीम का आभार व्यक्त किया।  आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव ओंकार चंद शर्मा ने कहा कि 2 केबल कारों में कुल 15 लोग फंसे थे।

4 लोग ऊपर और 11 लोग नीचे की पहाड़ी के पास फंस गए थे। प्रथम चरण में 4 लोगों को बचाया गया। 11 लोग निचली पहाड़ियों के ट्रॉली में फंसे थे। इनमें से 7 लोगों को बचा लिया गया है और 4 लोगों को थोड़ी देर में निकाल लिया जाएगा।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने जो वीडियो ट्वीट किया है उसमें नजर आ रहा है कि ट्रॉली बीच हवा में लटकी हुई है। बचाव कार्य जारी है। एक शख्स को रस्सी के सहारे नीचे उतारा जा रहा है। कसौली के एसडीएम धनबीर ठाकुर ने बताया कि एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर पहुंच रही है।

बताया जा रहा है कि जो लोग फंसे हुए थे उनमें कुछ महिलाएं भी शामिल हैं। तकनीकी खामी के वजह से यह केबल कार बीच रास्ते में अटक गई है और इस वजह से परेशानी आई है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि सभी पर्यटक डेढ़ घंटे से ज्यादा समय से वहां फंसे हुए हैं।

याद दिला दें कि इससे पहले भी एक बार साल 1992 में भी इसी रोपवे पर हादसा हुआ था। करीब 10 जिंदगियां तीन दिन तक ट्रॉली में फंसी रही थी। इनमें से एक की मौत भी हो गई थी। उस समय आर्मी व एयरफोर्स के जवानों ने जान पर खेलकर लोगों को रेस्क्यू किया था।