Corona Omicron in Delhi / Lockdown की ओर बढ़ रही राजधानी दिल्ली? प्राइवेट दफ्तर ही नहीं इन कामों पर भी लगी पाबंदी

दिल्ली में कोरोना और ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच पाबंदियां और बढ़ा दी गई हैं. दिल्ली में कोरोना के मामलों में अचानक से बढ़ोतरी होने के बाद लॉकडाउन जैसी पाबंदियां (Lockdown in Delhi) लगा दी गईं हैं. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं

Vikrant Shekhawat : Jan 11, 2022, 01:47 PM
दिल्ली में कोरोना और ओमिक्रॉन के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच पाबंदियां और बढ़ा दी गई हैं. दिल्ली में कोरोना के मामलों में अचानक से बढ़ोतरी होने के बाद लॉकडाउन जैसी पाबंदियां (Lockdown in Delhi) लगा दी गईं हैं. दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं. 

दिल्ली के लिए लॉकडउन जैसे शब्द का इस्तेमाल नहीं किया गया है. लेकिन अब यहां जैसी पाबंदियां लगाई गईं हैं, वो लॉकडाउन जैसी ही हैं. प्राइवेट दफ्तर बंद कर दिए गए हैं. स्कूल-कॉलेज पहले से ही बंद हैं. किसी भी तरह के जमावड़े पर रोक है. बेवजह घर से बाहर नहीं निकल सकते. 

1. प्राइवेट दफ्तर बंद

- अबः दिल्ली में सभी प्राइवेट दफ्तरों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं. इनमें काम करने वाले कर्मचारी वर्क फ्रॉम होम करेंगे. सिर्फ जरूरी सेवाओं से जुड़े प्राइवेट दफ्तरों को ही खुलने की इजाजत है.

- पहलेः दिल्ली में प्राइवेट दफ्तर पूरी तरह बंद नहीं थे. इन्हें 50 फीसदी स्टाफ के साथ खोलने की इजाजत थी. 50 फीसदी स्टाफ घर से और 50 फीसदी स्टाफ ऑफिस से काम कर सकता था.

2. रेस्टोरेंट-बार भी बंद

-  अबः राजधानी में सभी रेस्टोरेंट और बार को बंद कर दिया गया है. बार पूरी तरह बंद रहेंगे. रेस्टोरेंट को सिर्फ होम डिलिवरी के लिए खोला जाएगा. यहां बैठकर खाना खाने की इजाजत नहीं होगी.

- पहलेः सभी रेस्टोरेंट और बार को 50 फीसदी क्षमता के साथ खोलने की इजाजत थी. यहां क्षमता के हिसाब से 50 फीसदी लोग बैठकर खाना खा सकते थे. 

किन लोगों को रहेगी राहत?

- सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट, जिला अदालत के जज, वकील, स्टाफ को छूट रहेगी. किसी मामले की सुनवाई से जुड़े लोग घर से निकल सकते हैं. आईडी कार्ड होना जरूरी है.

- दूतावासों में काम करने वाले अधिकारी या कर्मचारी भी आईडी कार्ड दिखाकर आ-जा सकते हैं.

- प्राइवेट डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ और स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े लोग आ-जा सकते हैं. इनके पास वैलिड आईडी कार्ड होना जरूरी है.

- गर्भवती महिलाओं के अलावा डॉक्टर को दिखाने या मेडिकल इमरजेंसी पर निकल सकते हैं. साथ में डॉक्टर का पर्चा और आई कार्ड होना जरूरी है.

- कोरोना की जांच और वैक्सीनेशन के लिए घर से निकल सकते हैं.

- एयरपोर्ट, बस स्टैंड और रेलवे स्टेशन से यात्रियों को आने-जाने की छूट रहेगी. इनके पास टिकट होनी चाहिए. 

-  इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया से जुड़े पत्रकारों को छूट रहेगी.

- अगर कोई एग्जाम है तो भी एडमिट कार्ड के साथ घर से निकल सकते हैं. एग्जाम ड्यूटी में लगे लोग भी घर से निकल सकते हैं.

- शादी में सिर्फ 20 मेहमानों के ही शामिल होने की इजाजत है. शादी में जाने के लिए मैरिज कार्ड होना जरूरी है.

मेट्रो और बस के लिए क्या है नियम?

- मेट्रो और बस पूरी क्षमता के साथ चलेंगी. मेट्रो में यात्री खड़े होकर सफर नहीं कर सकेंगे. डीटीसी की बसों में भी 100 फीसदी यात्री को अनुमति है. लेकिन यहां भी यात्री खड़े होकर यात्रा नहीं कर सकते.

दिल्ली में क्यों लगाई गई ये पाबंदी?

1. कोरोना बेलगामः सोमवार को दिल्ली में 19 हजार 166 नए मामले आए. 17 लोगों की मौत भी हुई. इसी के साथ दिल्ली में एक्टिव केसेस की संख्या 65 हजार के पार पहुंच गई. दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट भी 25 फीसदी पहुंच गया है. इसका मतलब हुआ कि टेस्ट करने पर हर 4 में से 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है.

2. 10 दिन में 70 मौतेंः स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, इस महीने के 10 दिन में 70 कोरोना मरीजों की मौत हो गई है. रविवार और सोमवार को 17-17 लोगों की मौत हुई. जबकि, इससे पहले 5 महीनों में 54 मौतें हुई थीं. दिसंबर में 9, नवंबर में 7, अक्टूबर में 4, सितंबर में 5 और अगस्त में 29 मरीजों की जान गई थी. जुलाई में 76 मरीजों की मौत हुई थी.

3. अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ीः दिल्ली के अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोरोना मरीजों की संख्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. दिल्ली सरकार के मुताबिक, अभी 1912 कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. इनमें से 443 आईसीयू में, 503 ऑक्सीजन सपोर्ट पर और 65 वेंटिलेटर पर हैं. इससे एक दिन पहले 1,618 कोरोना मरीज अस्पताल में भर्ती थे.