नई दिल्ली / तेज बारिश और हवाओं से बदला मौसम का मिजाज, अगले पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम रहने के आसार

दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में हुई तेज बारिश और हवाओं से मौसम का मिजाज बदल गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार-पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रह सकता है। वहीं जम्मू कश्मीर में बारिश और बर्फबारी के कारण पारे में गिरावट आई है। उत्तराखंड में भी भारी बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। पंजाब में बारिश के कारण किसानों को सलाह दी गई है कि वह अगले दो दिन गेहूं की फसल को पानी न दें और फसलों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी ना करें।

AMAR UJALA : Dec 13, 2019, 12:04 PM
नई दिल्ली | दिल्ली-एनसीआर सहित कई राज्यों में हुई तेज बारिश और हवाओं से मौसम का मिजाज बदल गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले चार-पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम बना रह सकता है। वहीं जम्मू कश्मीर में बारिश और बर्फबारी के कारण पारे में गिरावट आई है। उत्तराखंड में भी भारी बारिश ने ठंड बढ़ा दी है। पंजाब में बारिश के कारण किसानों को सलाह दी गई है कि वह अगले दो दिन गेहूं की फसल को पानी न दें और फसलों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी ना करें। आपको बताते हैं उन राज्यों का हाल जहां बारिश ने ठंड बढ़ाई है।

दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश, सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठंड

दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार को तेज बारिश और हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है। दिल्ली के लोधी रोड, संसद मार्ग, आरके पुरम सहित कई इलाकों में तेज बारिश हुई जिसने मौसम का मिजाज ही बदल दिया। इसका असर विमानों की उड़ानों पर भी पड़ा है। मौसम विभाग कई दिनों से तेज बारिश होने की संभावना जता रहा था।

वहीं, दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश के कारण कई उड़ानें प्रभावित हो गई हैं। एयर इंडिया-687 और 701 को जयपुर के लिए डायवर्ट किया गया है। वहीं, एयर इंडिया के तीन विमानों को दिल्ली में ही रोका गया है।

जम्मू-कश्मीर में मौसम बिगड़ा, बारिश-बर्फबारी से लेह हाईवे और मुगल रोड बंद

श्रीनगर से देश के विभिन्न हिस्सों में हवाई यात्रा करने वाले सैकड़ों यात्रियों को वीरवार छठे दिन भी राहत नहीं मिल पाई। बारिश और कम विजिबिलिटी के कारण श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से 27 उड़ानें रद्द क रनी पड़ीं, जिससे सैकड़ों यात्री फंस गए हैं। जम्मू और कश्मीर के अधिकतर मैदानी इलाकों में बारिश के साथ पर्वतीय क्षेत्रों में बर्फबारी से पारे में गिरावट आई है।

त्रिकुटा पहाड़ियों में बारिश और धुंध के कारण दोपहर बाद से कटड़ा-सांझीछत चापर सेवा प्रभावित हुई। बर्फबारी के कारण श्रीनगर-लेह राष्ट्रीय राजमार्ग पर वाहनों की आवाजाही बंद है। जिला राजोरी और पुंछ को शोपियां (कश्मीर) से जोड़ने वाला मुगल रोड भी बंद चल रहा है। जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर वनवे यातायात बहाल है। इससे कई स्थानों पर भीषण जाम की स्थिति रही।

हिमाचल में बर्फ से ढकी वादियां देखकर झूम उठे सैलानी

हिमाचल की राजधानी शिमला से सटे पर्यटन स्थल कुफरी, मनाली और डलहौजी शहर में वीरवार को सीजन का पहला हिमपात हुआ। भारी बारिश-बर्फबारी की चेतावनी के बीच हिमाचल की चोटियों पर बर्फ की मोटी परत बिछ गई है। रोहतांग में ढाई फीट तक बर्फबारी रिकॉर्ड हुई है।

शिमला की सबसे ऊंची चोटी जाखू पर भी वीरवार सुबह फाहे गिरे। भारी बर्फबारी से लाहौल, पांगी, किन्नौर, जलोड़ी जोत समेत कई इलाके कट गए हैं। हिमाचल में तीन नेशनल हाईवे समेत 80 छोटी-बड़ी सड़कें बंद हो गई हैं। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी और अन्य क्षेत्रों में बारिश से प्रदेश में हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ना शुरू हो गई है। वीरवार को प्रदेश के अधिकतम तापमान में आठ से दस डिग्री की कमी दर्ज हुई।

उत्तराखंड में भारी बर्फबारी से औली मार्ग बंद,

देहरादून सहित अधिकतर जिलों में गुरुवार को बादलों का पहरा रहा। वहीं पहाड़ी इलाकों पर बर्फबारी का दौर शुरू हो गया। कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी हुई, जिससे अब उत्तराखंड में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यहां केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में सुबह से बर्फबारी हो रही है। इसकी वजह से यातायात भी काफी प्रभावित हो रहा है।

इसके अलावा स्थानीय लोगों से सतर्कता बरतने के लिए कहा गया है। वहीं देहरादून, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी और पिथौरागढ़, नैनीताल और अल्मोड़ा प्रशासन ने शुक्रवार को सभी कक्षा 1 से 12 तक प्राईवेट और सरकारी स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।

पंजाब में बूंदाबांदी और दिनभर छाए बादल ने बढ़ाई ठंड

पंजाब में गुरुवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए रहे और हल्की बारिश ने पूरे पंजाब में सर्दी बढ़ा दी है। बरसात से तापमान में कमी आई है। लुधियाना में ठिठुरन बढ़ गई है। पंजाब एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी (पीएयू) के विशेषज्ञों के अनुसार 13 और 14 दिसंबर को लुधियाना के आसपास भारी बरसात के साथ ओले पड़ सकते हैं।

ऐसे में पारा और नीचे जा सकता है। किसानों की सलाह है कि वह अगले दो दिन गेहूं की फसल को पानी न दें और फसलों पर कीटनाशक दवाओं का छिड़काव भी ना करें। ज्यादा बरसात होने के कारण खेतों में पानी भर सकता है और तेज हवाओं से फसलों को नुकसान हो सकता है।

फसलों के लिए संजीवनी बनी हल्की बारिश

हरियाणा के ज्यादातर हिस्सों में गुरुवार को पश्चिमी विक्षोभ के चलते हुई बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए। दूसरी तरफ पानीपत समेत कई शहरों में वायु प्रदूषण काफी कम हो गया। इस सीजन की पहली बारिश के साथ ही शीत लहर चलने से कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। 

मौसम विज्ञान केंद्र चंडीगढ़ ने शुक्रवार को भी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। इसके बाद लगातार तीन दिनों तक सुबह के समय घना कोहरा परेशान कर सकता है। प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में तेज हवा के साथ सुबह से ही गरज-चमक के साथ शुरू हुआ बारिश का सिलसिला रुक-रुक देर शाम तक जारी रहा।

भोपाल में छाई धुंध 

मध्यप्रदेश के भोपाल में भी धुंध के कारण सुबह कम विजिबिलिटी रही।