AMAR UJALA : Sep 18, 2020, 09:35 AM
Delhi: सीमा पर तनाव के दौरान पिछले महीने हिंद महासागर क्षेत्र में घुसा एक चीनी अनुसंधान पोत भारतीय नौसेना की लगातार निगरानी से घबराकर वापस चीन लौट गया। सरकार के सूत्रों ने बताया कि युआन वांग क्लास अनुसंधान पोत ने बीते महीने मलक्का की खाड़ी से होकर हिंद महासागर क्षेत्र में प्रवेश किया था। तभी से इस क्षेत्र में तैनात भारतीय नौसेना के जंगी जहाज इस पर नजर रखे हुए थे। नौसेना की नियमित निगरानी को देखकर चीन का यह पोत हाल ही में वापस चीन लौट गया।सूत्रों के मुताबिक, चीन से ऐसे अनुसंधान पोत नियमित रूप से आते रहते हैं और वे भारतीय समुद्री क्षेत्र में संवेदनशील जानकारी हासिल करने की कोशिश करते हैं। हालांकि, भारतीय कानून किसी भी देश को भारतीय विशेष आर्थिक क्षेत्र (ईईजेड) में इस तरह की अनुसंधान गतिविधियों को इजाजत नहीं देता है, भारतीय नौसेना ने उस समय चीन के अनुसंधान पोत से यह कहा था कि वह भारतीय जलक्षेत्र से लौट जाए।
अनुसंधान पोतों के बहाने भारत की गतिविधियों पर नजर रखता है चीनबीते दिसंबर में भी चीन का एक अनुसंधान पोत शी यान-1 भारतीय जल क्षेत्र अंडमान निकोबार द्वीप समूह में पोर्ट ब्लेयर के पास शोध की गतिविधियों को अंजाम देते हुए नजर आया था। इसके बारे में समुद्री निगरानी विमान ने बताया था। ऐसे पोतों के जरिये चीन द्वीप वाले क्षेत्रों में भारत की गतिविधियों के बारे में जासूसी कराता है, जहां से वह भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्रों पर करीब से नजर रखता है।
अनुसंधान पोतों के बहाने भारत की गतिविधियों पर नजर रखता है चीनबीते दिसंबर में भी चीन का एक अनुसंधान पोत शी यान-1 भारतीय जल क्षेत्र अंडमान निकोबार द्वीप समूह में पोर्ट ब्लेयर के पास शोध की गतिविधियों को अंजाम देते हुए नजर आया था। इसके बारे में समुद्री निगरानी विमान ने बताया था। ऐसे पोतों के जरिये चीन द्वीप वाले क्षेत्रों में भारत की गतिविधियों के बारे में जासूसी कराता है, जहां से वह भारत हिंद-प्रशांत क्षेत्र और दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्रों पर करीब से नजर रखता है।