उतर प्रदेश पंचायत चुनाव / हाथरस की इस सीट पर जेठानी और देवरानी के बीच टक्कर

पंचायत चुनाव में यूपी के हाथरस जिले में कद्दावर विधायक और पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के परिवार की फूट खुलकर सामने आ गई है। पूर्व मंत्री की पत्नी सीमा उपाध्याय ने जिला पंचायत के वार्ड नं 14 से सदस्य पद के लिए निर्दलीय के रूप में नामांकन कर रखा है। वहीं अपनी जेठानी के आगे देवरानी ऋतु उपाध्याय ने भी इसी वार्ड से बीजेपी के प्रत्याशी के रूप नामांकन दाखिल कर दिया है।

Vikrant Shekhawat : Apr 05, 2021, 05:23 PM
UP: पंचायत चुनाव में यूपी के हाथरस जिले में कद्दावर विधायक और पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय के परिवार की फूट खुलकर सामने आ गई है। पूर्व मंत्री की पत्नी सीमा उपाध्याय ने जिला पंचायत के वार्ड नं 14 से सदस्य पद के लिए निर्दलीय के रूप में नामांकन कर रखा है। वहीं अपनी जेठानी के आगे देवरानी ऋतु उपाध्याय ने भी इसी वार्ड से बीजेपी के प्रत्याशी के रूप नामांकन दाखिल कर दिया है।

पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय की पत्नी सीमा उपाध्याय साल 2000 और 2005 में हाथरस जिले की जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं और साल 2009 में कांग्रेस नेता राजबब्बर को हराकर आगरा की फतेहपुर सीकरी सीट से बीएसपी के टिकट पर सांसद भी रह चुकी हैं।

वहीं दूसरी ओर पूर्व मंत्री रामवीर के छोटे भाई मुकुल उपाध्याय बीएसपी से पूर्व विधायक तथा पूर्व एमएलसी रह चुके हैं और वर्तमान में वह बीजेपी में हैं। अपनी जेठानी सीमा उपाध्याय के सामने चुनाव लड़ रहीं ऋतु उपाध्याय मुकुल उपाध्याय की पत्नी हैं।

बता दें कि कभी पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी सुप्रीमो मायावती के खास करीबियों में गिने जाने वाले पूर्व ऊर्जा मंत्री रामवीर उपाध्याय पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी प्रत्याशियों को सपोर्ट करने के आरोप में बीएसपी से निलंबित चल रहे हैं।

पर्चा दाखिल करने के बाद पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय ने और उनकी पत्नी सीमा उपाध्याय ने अपनी जीत का दावा किया था। इस दौरान पूर्व मंत्री ने अपने भाई मुकुल की पत्नी से होने वाले मुकाबले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया था।

उसके अगले दिन जब अपनी पत्नी का पर्चा दाखिल करने के बाद मुकुल मीडिया से मुखातिब हुए तो उन्होंने भी अपने बड़े भाई के प्रति कोई तल्ख टिप्पणी नहीं की बस इतना ही कहा कि उनकी पत्नी को बीजेपी चुनाव लड़ा रही है। इसलिए बड़े भाई से परामर्श का क्या लेना-देना। वह तो अब किस दल में हैं कुछ पता नहीं है।

मुकुल ने खुद को बीजेपी का सिपाही बताते हुए अपनी पत्नी की जीत का दावा किया है। कुल मिलाकर हाथरस में जिला पंचायत चुनाव में वार्ड नं 14 पर मुकाबला रिश्तों की जोर-आजमाइश का होने से दिलचस्प हो गया है।