West Bengal / आज ममता की TMC में शामिल हो सकते हैं पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत

ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद विपक्ष के कई नेताओं ने टीएमसी का दामन थामा है। हाल ही में बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय की पार्टी में वापसी हुई। अब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और कांग्रेस के पूर्व सासंद अभिजीत मुखर्जी भी टीएमसी में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक अभिजीत आज शाम चार बजे टीएमसी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होंगे।

Vikrant Shekhawat : Jul 05, 2021, 01:46 PM
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में फिर से ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद विपक्ष के कई नेताओं ने टीएमसी का दामन थामा है। हाल ही में बीजेपी के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल रॉय की पार्टी में वापसी हुई। अब पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के बेटे और कांग्रेस के पूर्व सासंद अभिजीत मुखर्जी भी टीएमसी में शामिल हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक अभिजीत आज शाम चार बजे टीएमसी के वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में पार्टी में शामिल होंगे।

जंगीपुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं अभिजीत

सूत्रों के मुताबिक, पिछले दिनों अभिजीत मुखर्जी ने टीएमसी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी। ऐसी अटकलें हैं कि टीएमसी अभिजीत मुखर्जी को जंगीपुर विधानसभा सीट की पेशकश करेगी।

फर्जी वैक्सीन कांड में ममता का किया था समर्थन

बता दें कि हाल ही में अभिजीत बनर्जी ने फर्जी वैक्सीन कांड में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का समर्थन किया था। अभिजीत मुखर्जी ने ट्विटर पर लिखा था, ‘’किसी व्यक्ति विशेष की गलत हरकत के लिए पश्चिम बंगाल और ममता बनर्जी को जिम्मेवार ठहराना सही नहीं है। अगर ऐसा ही है, तो फिर मेहुल चोकसी, नीरव मोदी और विजय माल्या से जुड़े मामलों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी जिम्मेवार ठहराया जा सकता है।’’ बड़ी बात यह है कि बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने इस मामले पर ममता से जवाब मांगा था।

जंगीपुर लोकसभा सीट से सांसद बने थे अभिजीत

प्रणब मुखर्जी के बड़े बेटे अभिजीत मुखर्जी राजनीति में आने से पहले सरकारी नौकरी में थे। राष्ट्रपति बनने के बाद प्रणब मुखर्जी के पश्चिम बंगाल के जंगीपुर लोकसभा सीट खाली होने पर 2012 में अभिजीत कांग्रेस की टिकट पर वहां से चुनाव जीते। वह साल 2014 के लोकसभा चुनाव में जंगीपुर से फिर सांसद चुने गए। लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। प्रणब मुखर्जी 2004 और 2009 में दो बार जंगीपुर से निर्वाचित हुए थे।