Vikrant Shekhawat : Dec 12, 2024, 10:24 PM
Delhi Elections: दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनावों की सरगर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है, जिसमें 21 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम घोषित किए गए हैं। यह चुनाव न केवल दिल्ली की राजनीतिक दिशा तय करेगा, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी इसका असर पड़ सकता है।
अब शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित के पास यह मौका है कि वह अपनी मां की हार का बदला लें और कांग्रेस को इस सीट पर फिर से जीत दिलाएं।
कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने कहा,
"हम एक मजबूत विपक्ष के रूप में चुनाव लड़ेंगे। आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों ने दिल्ली की जनता को निराश किया है।"
इस बयान से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस अपने पुराने गढ़ को फिर से हासिल करने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है।
"हमने उम्मीदवारों के चयन में सभी वर्गों का ध्यान रखा है। प्रत्याशियों में अनुभवी और युवा नेताओं का अच्छा मिश्रण है।"
उनके इस बयान से यह जाहिर होता है कि कांग्रेस नए जोश और पुराने अनुभवों के सहारे चुनावी मैदान में उतर रही है।
कांग्रेस के प्रमुख उम्मीदवार
कांग्रेस ने अपनी सूची में अनुभवी और युवा नेताओं को मौका दिया है। प्रमुख उम्मीदवारों में:- बल्लीमारां: हारून यूसुफ
- चांदनी चौक: मुदित अग्रवाल
- बादली: दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव
- द्वारका: आदर्श शास्त्री
नई दिल्ली: सबसे बड़ा चुनावी रणक्षेत्र
नई दिल्ली विधानसभा सीट इन चुनावों की सबसे हॉट सीट बन गई है। 2013 में, इसी सीट पर अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस की दिग्गज नेता और दिल्ली की तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराकर राजनीति में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी।अब शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित के पास यह मौका है कि वह अपनी मां की हार का बदला लें और कांग्रेस को इस सीट पर फिर से जीत दिलाएं।
कांग्रेस का नया दृष्टिकोण
कांग्रेस ने इस बार चुनावों के लिए एक मजबूत विपक्ष के रूप में मैदान में उतरने की रणनीति बनाई है।कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी काजी मोहम्मद निजामुद्दीन ने कहा,
"हम एक मजबूत विपक्ष के रूप में चुनाव लड़ेंगे। आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों ने दिल्ली की जनता को निराश किया है।"
इस बयान से यह स्पष्ट है कि कांग्रेस अपने पुराने गढ़ को फिर से हासिल करने के लिए पूरी तैयारी कर चुकी है।
गठबंधन टूटने के बाद अलग राह
दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) के बीच गठबंधन टूट चुका है। लोकसभा चुनावों में दोनों पार्टियों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन इस बार दोनों अलग-अलग अपनी दावेदारी पेश कर रही हैं।अनुभवी और युवा चेहरों का संतुलन
दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने कहा,"हमने उम्मीदवारों के चयन में सभी वर्गों का ध्यान रखा है। प्रत्याशियों में अनुभवी और युवा नेताओं का अच्छा मिश्रण है।"
उनके इस बयान से यह जाहिर होता है कि कांग्रेस नए जोश और पुराने अनुभवों के सहारे चुनावी मैदान में उतर रही है।
फरवरी में हो सकते हैं चुनाव
दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखें अभी तय नहीं हुई हैं, लेकिन यह संभावना है कि ये फरवरी 2024 में होंगे।निष्कर्ष
दिल्ली का राजनीतिक परिदृश्य इस बार बेहद दिलचस्प होने जा रहा है। कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की सूची के जरिए यह साफ संकेत दिया है कि वह इस बार चुनौतीपूर्ण मुकाबला देने के लिए तैयार है। नई दिल्ली सीट पर अरविंद केजरीवाल और संदीप दीक्षित के बीच मुकाबला सबसे रोमांचक होगा। कांग्रेस, भाजपा और आप के त्रिकोणीय संघर्ष से यह चुनाव दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण बना सकता है।The Central Election Committee has selected the following persons as Congress candidates for the ensuing elections to the Delhi Legislative Assembly 👇 pic.twitter.com/LbaV5X7YgE
— Congress (@INCIndia) December 12, 2024