Vikrant Shekhawat : Apr 02, 2022, 11:17 AM
नवरात्र के मौके पर मां दुर्गा के नौ स्वरूपों वाले पीठों को भव्य तरीके से सजाया गया है। शनिवार को माता रानी के दरबार में सूर्योदय होने से पहले भक्तों की कतारें लग जाएंगी। कोरोना महामारी काल में करीब दो साल बाद इस बार नवरात्र में भक्तों को फिर से देवी के दर्शन सामान्य तरीके से हो पाएंगे। वहीं, घर-घर में मां का भव्य दरबार सजाया गया है।देवी मां के मंदिरों में तैयारियां पूरी हो गई हैं। झंडेवालान मंदिर में खास इंतजाम किए गए हैं। मंदिर प्रशासन ने इस बार खास क्यूआर कोड विकसित किया है, जिसे स्कैन कर भक्तों के पास बिना लाइन में लगे दर्शन करने की सुविधा होगी। झंडेवालान मंदिर के फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पेज पर इसके लिए एक लिंक शेयर किया गया है, जिस पर दर्शन करने का समय, परिवार के कितने सदस्य दर्शन करेंगे, यह सभी जानकारी भरनी होगी और आखिर में यहां से एक पासवर्ड प्राप्त करना होगा।पासवर्ड से मिलेगा प्रवेशझंडेवालान मंदिर में क्यूआर कोड वाले भक्तों के लिए अलग प्रवेश द्वार की व्यवस्था होगी। इस द्वार पर सेवादार पासवर्ड पूछेंगे और भक्तों को माता रानी के धाम में सीधे दर्शन करने के लिए भेज देंगे। मंदिर के मीडिया प्रभारी नंद किशोर सेठी ने बताया कि दर्शन के लिए गरुण द्वार, श्री द्वार और सेवादार द्वार बनाए गए हैं। तीनों द्वारों से मंदिर में खाली हाथ दर्शन के लिए भक्तों को भेजा जाएगा। दर्शन करके लौटने पर सभी भक्तों को प्रसाद दिया जाएगा।पूजा कार्यक्रम
- तड़के 4 से रात 12 बजे तक मंदिर खुला रहेगा।
- तड़के 4 बजे और शाम को 7 बजे आरती होगी।
- प्रात: 9 बजे से कीर्तन, तीन घंटे में कीर्तन मंडली बदल जाएगी।
- शाम 6 बजे करीब पौना घंटेे, माता के शृंगार के लिए बंद होंगे दर्शन।
- झंडेवालान मंदिर के फेसबुक, ट्विटर और यूट्यूब पेज पर लाइव टेलीकास्ट।
- तड़के 4 बजे से मंदिर में पूजा शुरू।
- सुबह 8 बजे से मंदिर में भजन कीर्तन होगा।
- सुबह 8 से 10 बजे तक आवाहित देवताओं की पूजा।
- सुबह 10 से दोपहर 1.30 बजे तक हवन होगा।
- अपराह्न 3 से 6 बजे तक दुर्गा सप्तसती महात्म्य का पाठ किया जाएगा।
- तड़के 4 बजे आदिशक्ति का माला शृंगार।
- सुबह से शांति यज्ञ किया जाएगा।
- सुबह 11 से अपराह्न 3 बजे तक और शाम 7 से रात 11 बजे तक लंगर चलेगा।
- व्रत रखने वालों के लिए अलग लंगर की व्यवस्था रहेगी।
- पुलिस और मंदिर कार्यकर्ता सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे।
- सुबह शाम दुर्गा सप्तसती महात्म्य का पाठ होगा।।