Delhi Cag Report / AAP सरकार ने क्या-क्या गलत किया, आज होगा CAG की दूसरी रिपोर्ट में पर्दाफाश!

दिल्ली विधानसभा में आज CAG की दूसरी रिपोर्ट पेश होगी, जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं की अनियमितताओं का खुलासा होगा। मोहल्ला क्लीनिक और अस्पतालों में गड़बड़ियों पर चर्चा होगी। AAP विधायकों ने राष्ट्रपति से मिलने की योजना बनाई है। वहीं, शराब नीति पर PAC को 3 महीने में रिपोर्ट देनी होगी।

Delhi Cag Report: दिल्ली विधानसभा में आज का दिन आम आदमी पार्टी (AAP) के लिए बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है। पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल पर कैग (CAG) की दूसरी रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं में हुई अनियमितताओं का खुलासा संभव है। इससे पहले पहली रिपोर्ट में दिल्ली शराब नीति घोटाले को लेकर बीजेपी ने केजरीवाल सरकार को घेरा था। इस रिपोर्ट को पब्लिक अकाउंट्स कमेटी (PAC) के पास भेजा गया था। आज की रिपोर्ट दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक और सरकारी अस्पतालों की स्थिति पर केंद्रित होगी।

स्वास्थ्य विभाग में गड़बड़ियों का खुलासा

सूत्रों के अनुसार, CAG की ड्राफ्ट रिपोर्ट में दिल्ली के स्वास्थ्य ढांचे से जुड़ी कई चौंकाने वाली खामियां उजागर हुई हैं:

  • 18 मोहल्ला क्लीनिकों में थर्मामीटर नहीं मिले।

  • 45 क्लीनिकों में एक्स-रे व्यूअर की कमी पाई गई।

  • 21 क्लीनिकों में पल्स ऑक्सीमीटर नहीं था।

  • 12 क्लीनिकों में वजन मापने की मशीनें नहीं थीं।

  • 21 मोहल्ला क्लीनिकों में शौचालय तक उपलब्ध नहीं थे।

  • कोविड फंड के 245 करोड़ रुपये खर्च नहीं हुए।

  • स्वास्थ्य इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए आवंटित ₹2,623 करोड़ रुपये लैप्स हो गए।

PAC को निर्देश दिए गए हैं कि वे तीन महीने के भीतर इस रिपोर्ट पर अपनी विस्तृत समीक्षा प्रस्तुत करें।

AAP विधायक राष्ट्रपति से करेंगे मुलाकात

इस बीच, आम आदमी पार्टी के 21 निष्कासित विधायकों ने गुरुवार को पूर्व मंत्री आतिशी के साथ विधानसभा गेट के बाहर प्रदर्शन किया। आज AAP के विधायक राष्ट्रपति से मिलकर अपनी शिकायत दर्ज कराने वाले हैं।

विधानसभा सत्र में हंगामे के आसार

आज दोपहर 2 बजे से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में CAG की दूसरी रिपोर्ट पेश की जाएगी, जिसमें स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी अनियमितताओं का खुलासा होने की संभावना है। इसके अलावा, दिल्ली सरकार के कार्यकाल की 14 लंबित CAG रिपोर्ट्स को सदन में प्रस्तुत किया जाएगा।

CCTV कैमरा घोटाले की जांच के आदेश

विधानसभा में PWD मंत्री प्रवेश वर्मा ने CCTV कैमरे लगाने में हुई गड़बड़ियों की जांच कराने के आदेश दिए हैं। आरोप है कि आम आदमी पार्टी सरकार ने जानबूझकर बीजेपी विधायकों के क्षेत्रों में CCTV कैमरे नहीं लगवाए।

नाम बदलने को लेकर विवाद

इस बीच, बीजेपी के दो विधायकों ने अपने क्षेत्र के नाम बदलने की मांग की है:

  • नजफगढ़ का नाम बदलकर नाहरगढ़ करने का प्रस्ताव रखा गया है।

  • आरकेपुरम क्षेत्र के मोहम्मदपुर गांव का नाम माधवपुर करने की मांग की गई है।

  • इससे पहले विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने मुस्तफाबाद का नाम बदलकर शिवपुरी या शिव विहार करने की मांग रखी थी।

ग्रामीणों की प्रतिक्रिया

दिल्ली के गांवों के नाम बदलने को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है। मोहम्मदपुर गांव के निवासियों ने विधायक के प्रस्ताव का समर्थन किया है और माधवपुर नाम को सही ठहराया है।

निष्कर्ष

दिल्ली विधानसभा में आज का दिन राजनीति के लिहाज से काफी अहम होने वाला है। CAG की रिपोर्ट से आम आदमी पार्टी की स्वास्थ्य संबंधी नीतियों पर सवाल उठ सकते हैं। दूसरी ओर, विधानसभा में CCTV कैमरा घोटाले की जांच और नाम बदलने के मुद्दे पर भी बहस तेज होने की संभावना है। देखना होगा कि केजरीवाल सरकार इन मुद्दों पर किस तरह अपना पक्ष रखती है और विपक्षी दल इसे किस हद तक भुनाते हैं।