Vikrant Shekhawat : Jul 27, 2021, 06:56 AM
चीन के वुहान से निकले कोरोना वायरस (Coronavirus) ने दुनिया दुनिया भर में कोहराम मचा रखा है। दूसरी लहर से अभी उबर नहीं पाए हैं कि तीसरी लहर की आशंका भी जताई जा रही है। इस 'मुसीबत' के लिए दुनिया चीन को ही जिम्मेदार मानती है। आरोप यह भी हैं कि चीन ने सही समय पर कोरोना की जानकारी दुनिया को नहीं दी। वह असलियत अंत तक छिपाने की कोशिश करता रहा। एक रिपोर्ट ने इन आरोपों को और पुष्ट कर दिया है। क्योंकि रिपोर्ट के मुताबिक चीन में कोरोना का पहला मामला आज से 19 साल पहले ही आ गया था।
रिसर्च में दावा किया है कि कोरोना (Coronavirus) का पहला केस 2002 में सामने आया था। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के बीजिंग में साल 2002 में कोरोना का पहला मामला सामने आया था। तब चीन के ग्वांगडोंग में कई रेस्त्रां के शेफ और मीट दुकानों के कसाइयों में कोरोना संक्रमण फैल गया था। रिपोर्ट के मुताबिक उस समय भी कोरोना के लक्षण यही दिखे थे। कोरोना से संक्रमित होने वाले शेफ और कसाइयों को सांस लेने में दिक्कत हुई थी। संक्रमितों को बुखार भी आया था।चीन में फैले उस समय इस संक्रमण ने डॉक्टर्स को चिंता में डाल दिया था। मरीजों की देखभाल करने वाले लोग भी संक्रमित हो रहे थे लेकिन किसी भी तरह उस समय संक्रमण पर काबू पा लिया गया था।रिपोर्ट में दावा किया है, 'उस समय ये एक चेतावनी थी, जिसे अनदेखी करने की भूल की गई। आज दुनिया को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है।' 2002 में कोरोना पर काबू पाए जाने के बाद एक बार फिर 2019 में कोरोना वायरस ने दस्तक दी। इस बार कोरोना का स्वरूप बेहद खतरनाक था। चीन के साथ-साथ पूरी दुनिया को कोरोना ने चपेट में ले लिया।
रिसर्च में दावा किया है कि कोरोना (Coronavirus) का पहला केस 2002 में सामने आया था। डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के बीजिंग में साल 2002 में कोरोना का पहला मामला सामने आया था। तब चीन के ग्वांगडोंग में कई रेस्त्रां के शेफ और मीट दुकानों के कसाइयों में कोरोना संक्रमण फैल गया था। रिपोर्ट के मुताबिक उस समय भी कोरोना के लक्षण यही दिखे थे। कोरोना से संक्रमित होने वाले शेफ और कसाइयों को सांस लेने में दिक्कत हुई थी। संक्रमितों को बुखार भी आया था।चीन में फैले उस समय इस संक्रमण ने डॉक्टर्स को चिंता में डाल दिया था। मरीजों की देखभाल करने वाले लोग भी संक्रमित हो रहे थे लेकिन किसी भी तरह उस समय संक्रमण पर काबू पा लिया गया था।रिपोर्ट में दावा किया है, 'उस समय ये एक चेतावनी थी, जिसे अनदेखी करने की भूल की गई। आज दुनिया को इसकी कीमत चुकानी पड़ रही है।' 2002 में कोरोना पर काबू पाए जाने के बाद एक बार फिर 2019 में कोरोना वायरस ने दस्तक दी। इस बार कोरोना का स्वरूप बेहद खतरनाक था। चीन के साथ-साथ पूरी दुनिया को कोरोना ने चपेट में ले लिया।