News18 : Apr 25, 2020, 10:07 AM
नई दिल्ली। कोरोना (Corona) संक्रमण की जांच के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली ने एक जांच किट तैयार किया है। दावा किया गया है कि इस किट से जांच सबसे सस्ती होगी। अब आईसीएमआर की लैब ने इस बात की पुष्टि की है ओर इसे मंजूरी भी मिल गई है। जानकारी के अनुसार इससे जांच न केवल सस्ती होगी बल्कि सटीक परिणाम भी आएंगे। आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर राम गोपाल राव ने बताया कि इस किट से एक टेस्ट की कीमत सिर्फ 300 रुपये होगी और ये किसी भी अन्य किट से कहीं तेज काम करेगा। हालांकि टेस्ट की समय सीमा क्या होगी ये अभी नहीं बताया गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना से जुड़े संस्थान में और भी शोध हो रहे हैं जो कि हम जल्द ही बताएंगे। वहीं आईआईटी के प्रोफेसर वी पेरूमाल ने कहा कि हम इस किट को जनवरी से बना रहे थे और तीन महीने में हमें इसे बनाने में सफलता मिली है। ये जांच करने का एक सस्ता साधन होगा जिससे बड़ी संख्या में कोरोना टेस्ट हो सकेंगे।
ऐसा करने वाला पहला संस्थान
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार इस टेस्ट किट को आईआईटी ने पेटेंट करवा लिया है। इसे आईआईटी दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रॉसफर ने पेटेंट किया है। आईआईटी दिल्ली के सभी शोध इसी के नाम पर पेटेंट किए जाते हैं। कुंडु ने बताया कि इस किट को 9 अप्रैल को आईसीएमआर को दिया गया था उसके बाद उन्होंने कुछ जांच की और किट को मंजूरी दे दी गई। इससे पहले भी किट को परीक्षण के लिए दिया गया था लेकिन मंजूरी नहीं मिली।50 टेस्ट तक हो सकते हैं
कुंडु ने बताया कि इस एक किट से 30 से लेकर 50 टेस्ट तक किए जा सकते हैं। वहीं उन्होंने अनुमान दिया कि इस एक किट की कीमत 9 से 15 हजार के बीच हो सकती है। हालांकि ये जो कंपनी इसका निर्माण करती है और कितना निर्माण होता है इस पर निर्भर करता है।
ऐसा करने वाला पहला संस्थान
आईआईटी दिल्ली स्थित कुसुमा स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल साइंसेज के शोधकर्ताओं ने इस किट का निर्माण किया है। किट पर आईसीएमआर की मंजूरी लेने वाला आईआईटी दिल्ली ऐसा पहला संस्थान है। गौरतलब है कि चीन से भी भारत ने जांच किट का आयात किया था लेकिन उसकी गुणवत्ता और परिणामों को लेकर कई तरह की परेशानियां सामने आईं थीं। शोध से जुड़े प्रोफेसर बिस्वजीत कुंडु ने कहा कि फिलहाल किट की सटीक कीमत नहीं बता सकते हैं, क्योंकि जो कंपनी इसे बनाएगी वही इसकी कीमत भी निर्धारित करेगी। हालांकि उन्होंने कहा कि यदि इसका निर्माण बड़े पैमाने पर होता है तो इसकी कीमत काफी कम होगी।किया गया पेटेंटDelhi: IIT-Delhi has developed #COVID19 test kit that has been approved by ICMR. "We started working on it by end of Jan&got it ready in 3 months.We wanted to contribute to affordable low-cost diagnostics that could be used in large numbers",V Perumal,Professor at IIT-Delhi said. pic.twitter.com/ez0Z7gaKEA
— ANI (@ANI) April 24, 2020
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार इस टेस्ट किट को आईआईटी ने पेटेंट करवा लिया है। इसे आईआईटी दिल्ली के फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी ट्रॉसफर ने पेटेंट किया है। आईआईटी दिल्ली के सभी शोध इसी के नाम पर पेटेंट किए जाते हैं। कुंडु ने बताया कि इस किट को 9 अप्रैल को आईसीएमआर को दिया गया था उसके बाद उन्होंने कुछ जांच की और किट को मंजूरी दे दी गई। इससे पहले भी किट को परीक्षण के लिए दिया गया था लेकिन मंजूरी नहीं मिली।50 टेस्ट तक हो सकते हैं
कुंडु ने बताया कि इस एक किट से 30 से लेकर 50 टेस्ट तक किए जा सकते हैं। वहीं उन्होंने अनुमान दिया कि इस एक किट की कीमत 9 से 15 हजार के बीच हो सकती है। हालांकि ये जो कंपनी इसका निर्माण करती है और कितना निर्माण होता है इस पर निर्भर करता है।