AajTak : Jul 20, 2020, 02:05 PM
Corona Crisis: दुनिया की एक प्रमुख वैज्ञानिक ने चेतावनी दी है कि चीन में इस तरह के माहौल में काम हो रहा है जिससे कोरोना से भी खतरनाक वायरस पैदा हो सकता है और इंसानों में फैल सकता है। वर्ल्ड एनिमल प्रोटेक्शन के साथ काम करने वालीं साइंटिस्ट केट ब्लैसजैक ने कहा है कि बेहद आक्रामक तरीके से फार्मिंग की जा रही है, इससे एंटीबायोटिक रेजिस्टेंस के साथ-साथ कोरोना से भी खतरनाक वायरस का जन्म हो सकता है।Express।co.uk की रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर में रहने वालीं केट ब्लैसजैक ने कहा कि चीन बर्ड फ्लू के 2 नए स्ट्रेन से जूझ रहा है। इसके अलावा इंसान, सूअर और एवियन इंफ्लूएंजा वायरस से मिलकर बने स्वाइन फ्लू के मामले भी चीन में देखे गए हैं। ये सब वायरस मिलकर खतरनाक वायरस स्ट्रेन पैदा कर सकते हैं।साइंटिस्ट केट ब्लैसजैक ने कहा कि चीन में मौजूदा स्वाइन फ्लू वायरस में क्षमता है कि वह इंसान के गले और रेस्पिरेटरी सिस्टम में बाइंड हो जाए। केट ने कहा कि बीते 15 सालों में चीन में फार्मिंग के तरीकों में काफी तेजी से बदलाव आया है। परंपरागत फार्मिंग छोड़कर आक्रामक फार्मिंग की जा रही है जिसमें नियमों का पालन भी नहीं किया जा रहा।बहुत सीमित जगह पर बड़ी संख्या में जीवों को रखा जाता है जिससे उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। ऐसी स्थिति में वायरस का नया म्यूटेशन हो सकता है या नए वायरस पैदा हो सकते हैं। जबकि फार्म से निकलने वाले कचरे से भी इंसानों को खतरा हो सकता है।बहुत सीमित जगह पर बड़ी संख्या में जीवों को रखा जाता है जिससे उनका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। ऐसी स्थिति में वायरस का नया म्यूटेशन हो सकता है या नए वायरस पैदा हो सकते हैं। जबकि फार्म से निकलने वाले कचरे से भी इंसानों को खतरा हो सकता है।चीन दुनिया में सूअर के मांस का सबसे बड़ा उत्पादक है, जबकि चिकन के उत्पादन के मामले में दुनिया में दूसरे नंबर पर है। बता दें कि चीन की ओर से वुहान के जंगली जीवों के मार्केट से कोरोना वायरस फैलने के दावे किए गए थे।