AajTak : Aug 18, 2020, 07:39 AM
मध्य प्रदेश के एक सरकारी हॉस्पिटल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। ग्वालियर के जयारोग्य अस्पताल समूह में प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है जहां एक व्यक्ति का शव बदल दिया गया।जिन लोगों ने मृत व्यक्ति का शव लिया। उन्होंने अंतिम संस्कार भी हिंदू रीति के अनुसार कर दिया जबकि असल में उनके परिजन का शव अभी भी डेड हाउस में रखा हुआ है। वहीं, मुरैना के रहने वाले इर्तजा मोहम्मद का शव लेने के लिए उनके परिजन इंतजार कर रहे हैं।दरअसल, इर्तजा मोहम्मद को मुरैना स्थित उनके घर पर किसी जहरीले कीड़े ने काट लिया था जिससे उनके हाथ में इंफेक्शन हो गया था। परिजन इस बुजुर्ग को इलाज के लिए जयारोग्य अस्पताल लाए थे जहां 13 अगस्त को उनका निधन हो गया। इस बीच मरीज की कोरोना जांच से पहले शव सौंपने से अस्पताल प्रबंधन ने इनकार कर दिया। जब शनिवार शाम को इर्तजा मोहम्मद की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई तब उनके परिजन डेड हाउस में अपने परिजन का शव लेने पहुंचे लेकिन शव नहीं मिलने पर उन्होंने हंगामा खड़ा कर दिया।देर रात तक हंगामा होने के बाद सुबह फिर परिजन हॉस्पिटल पहुंच गए। पता चला है कि सुरेश बाथम नामक एक बुजुर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई थी। उनके परिजनों को इर्तजा मोहम्मद का शव सौंप दिया गया जिन्होंने उसका अपनी रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार भी कर दिया। बताया जाता है कि डेडहाउस से यह लापरवाही हुई है।इस मामले में इर्तजा मोहम्मद के परिजनों ने थाने में शिकायत की है और डॉक्टरों तथा डेड हाउस कर्मचारियों पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए हैं एवं न्याय की मांग की है। पुलिस ने अपनी जांच शुरू कर दी है और जल्द ही इस में वैधानिक कदम उठाने की बात दोहराई है।