उत्तर प्रदेश / यूपी के अस्पताल के मोर्चरी फ्रीज़र में 7 घंटे बाद ज़िंदा मिला 'मृत' शख्स, जांच के आदेश

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में एक ज़िला अस्पताल के डॉक्टरों ने 40-वर्षीय व्यक्ति को मृत घोषित करने के बाद उसे मोर्चरी फ्रीज़र में रखवा दिया। हालांकि, शख्स में 7 घंटे बाद हलचल दिखाई देने के बाद उसे फ्रीज़र से बाहर निकाला गया। मुरादाबाद के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शिव सिंह ने इस घटना की जांच के आदेश दिए हैं।

Vikrant Shekhawat : Nov 21, 2021, 02:28 PM
मुरादाबाद: मुरादाबाद जिला अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारियों ने लापरवाही की सारी हदें पार कर दीं। सड़क हादसे में घायल शख्स को मृत घोषित कर मोर्चरी के फ्रीजर में रखवा दिया और थाने को पीआई भेज दी। शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे परिजन और पुलिस मोर्चरी पहुंची तो शख्स की सांसें चल रही थीं। आनन फानन में घायल को दोबारा जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती करा दिया है।  

संभल जनपद के हजरत नगर गढ़ी थानाक्षेत्र के पोटा पहाड़ी निवासी श्रीकेश (32) नगर निगम में पथ प्रकाश निरीक्षक के पद पर तैनात हैं। वह अपने परिवार के साथ लाइन पार में किराये के मकान में रहते हैं। भाई नरेंद्र ने पुलिस को बताया कि श्रीकेश गुरुवार रात करीब साढ़े नौ बजे डेयरी से दूध खरीदने जा रहे थे। इसी दौरान किसी दूसरी बाइक ने इनकी बाइक में टक्कर मार दी थी। इस हादसे में वह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। 

परिजन पहले उन्हें निजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां से गंभीर हालत में उन्हें भर्ती करने से इनकार कर दिया गया था। इसके बाद परिजन जिला अस्पताल में आ गए। यहां इमरजेंसी में तैनात डाक्टर ने घायल शख्स को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद शव मोर्चरी में रखवा दिया और पुलिस को इसकी सूचना भिजवा दी गई। 

शुक्रवार सुबह साढ़े दस बजे दरोगा परिजनों को साथ लेकर मोर्चरी पहुंचे और पंचनामा भरने की प्रक्रिया शुरू की। इसी दौरान देखा कि घायल की सांसें चल रही थीं। जिससे हड़कंप मच गया। इसके बाद घायल को दोबारा मोर्चरी से निकाल कर जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती करा दिया गया है। सिविल लाइंस थाना प्रभारी आरपी सिंह ने बताया कि घायल को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती करा दिया है। तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।