NavBharat Times : Jul 12, 2020, 08:14 AM
न्यूयॉर्क: अमेरिकी बायोफार्मास्युटिकल कंपनी गिलियड साइंसेज ने दावा किया है कि एंटीवायरल ड्रग रेमडेसिवीर के प्रयोग से कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के मौत का आंकड़ा कम हुआ है। कंपनी ने यह भी कहा कि इस दवा के प्रयोग से मरीजों के ठीक होने की रफ्तार भी पहले की अपेक्षा तेज हुई है। कंपनी के शोधकर्ताओं ने इसे लेकर एक आंकड़ा भी जारी किया है।
गिलियड के शोधकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने 312 मरीजों के डेटा का विश्लेषण किया जिन्हें संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जबकि, उसी तरह की विशेषताओं और रोग की गंभीरता के साथ 818 मरीजों की अलग तरह से परीक्षण किया गया।
14 दिनों में ठीक हुए 74 फीसदी मरीजडेटा के विश्लेषण से पता चला कि रेमडेसिवीर का डोज लेने वाले 74.4 फीसदी मरीज 14 दिनों में ठीक हो गए, जबकि इस दवा के बिना इलाज करा रहे मरीजों में ठीक होने का आंकड़ा 59.0 फीसदी रहा। रेमडेसिवीर लेने वाले मरीजों की मृत्युदर भी 14 दिन में 7.6 फीसदी रही। जबकि, इसके बिना इलाज करा रहे मरीजों की मृत्युदर 12.5 फीसदी थी।
कंपनी ने बताया क्यों जारी किया डेटाकंपनी के वैज्ञानिकों ने स्वीकार किया कि मृत्यु दर में कमी की पुष्टि करने के लिए अधिक अध्ययन की आवश्यकता है। गिलियड साइंसेज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मरदाद पर्सी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के तात्कालिकता को समझने के लिए, हम अपने रिसर्च डेटा को साझा कर रहे हैं, ताकि रेमडेसिवीर के प्रभाव के बारे में जानकारी दी जा सके।
अमेरिका और भारत में रेमडेसिवीरअमेरिका में रेमडेसिवीर को अभी तक खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) ने अनुमोदित नहीं किया गया है, लेकिन एजेंसी ने 1 मई को इसके लिए एक आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) जारी किया, जो डॉक्टरों को गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए दवा का इस्तेमाल करने की अनुमति देता है। भारत में भी इस दवा के इस्तेमाल की अनुमति दी गई है।
गिलियड के शोधकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने 312 मरीजों के डेटा का विश्लेषण किया जिन्हें संक्रमित होने के बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जबकि, उसी तरह की विशेषताओं और रोग की गंभीरता के साथ 818 मरीजों की अलग तरह से परीक्षण किया गया।
14 दिनों में ठीक हुए 74 फीसदी मरीजडेटा के विश्लेषण से पता चला कि रेमडेसिवीर का डोज लेने वाले 74.4 फीसदी मरीज 14 दिनों में ठीक हो गए, जबकि इस दवा के बिना इलाज करा रहे मरीजों में ठीक होने का आंकड़ा 59.0 फीसदी रहा। रेमडेसिवीर लेने वाले मरीजों की मृत्युदर भी 14 दिन में 7.6 फीसदी रही। जबकि, इसके बिना इलाज करा रहे मरीजों की मृत्युदर 12.5 फीसदी थी।
कंपनी ने बताया क्यों जारी किया डेटाकंपनी के वैज्ञानिकों ने स्वीकार किया कि मृत्यु दर में कमी की पुष्टि करने के लिए अधिक अध्ययन की आवश्यकता है। गिलियड साइंसेज के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मरदाद पर्सी ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के तात्कालिकता को समझने के लिए, हम अपने रिसर्च डेटा को साझा कर रहे हैं, ताकि रेमडेसिवीर के प्रभाव के बारे में जानकारी दी जा सके।
अमेरिका और भारत में रेमडेसिवीरअमेरिका में रेमडेसिवीर को अभी तक खाद्य और औषधि प्रशासन (एफडीए) ने अनुमोदित नहीं किया गया है, लेकिन एजेंसी ने 1 मई को इसके लिए एक आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) जारी किया, जो डॉक्टरों को गंभीर रूप से बीमार रोगियों के लिए दवा का इस्तेमाल करने की अनुमति देता है। भारत में भी इस दवा के इस्तेमाल की अनुमति दी गई है।