बिहार / पटना में पिट गई दीपिका पादुकोण की छपाक, जेएनयू जाना पड़ा महंगा

जेएनयू जाने के कारण दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक को काफी नुकसान हुआ है। रिलीज के पहले ही दिन पहले शो में पटना में फिल्म देखने के लिए मात्र सुबह में तीन लोग ही सिनेपॉलिस पहुंचे। फिल्म देखने वाले ने कहा कि यह अच्छी फिल्म है। दीपिका का जेएनयू में छात्रों के प्रदर्शन के समर्थन में जाना महंगा पड़ा है। यही कारण है कि विरोध के कारण लोग पहले ही दिन फिल्म देखने को लेकर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखी।

First Bihar : Jan 11, 2020, 12:07 PM
पटना | जेएनयू जाने के कारण दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक को काफी नुकसान हुआ है। रिलीज के पहले ही दिन पहले शो में पटना में फिल्म देखने के लिए मात्र सुबह में तीन लोग ही सिनेपॉलिस पहुंचे। फिल्म देखने वाले ने कहा कि यह अच्छी फिल्म है। लेकिन फिल्म देखने कम लोग पहुंच रहे हैं।

जेएनयू जाना पड़ा महंगा

दीपिका का जेएनयू में छात्रों के प्रदर्शन के समर्थन में जाना महंगा पड़ा है। यही कारण है कि विरोध के कारण लोग पहले ही दिन फिल्म देखने को लेकर कोई खास दिलचस्पी नहीं दिखी। कुछ लोगों ने यहां तक कह दिया कि दीपिका की फिल्म एंटीनेशनल मूवी है। इसलिए हमलोग इसको  देखने से बेहतर अजय देवगन की फिल्म तानाजी देखना पसंद करेंगे। दीपिका 7 जनवरी को जेएनयू गई थी। इस दौरान कुछ नहीं बोली थी। दस मिनट के बाद वह वहां से निकल गई थी, लेकिन विरोध दीपिका और उनकी फिल्म छपाक का जारी है।

राजनीति हुई तो कांग्रेस का मिला साथ

दीपिका के जेएनयू जाने के बाद लगातर तीन दिनों से विरोध हो रहा था। लेकिन इसको लेकर कई राजनीतिक दलों को फायदा नजर आया और इसको लपकने की कोशिश करने लगी। इसको ही लेकर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ सरकार ने फिल्म रिलीज से पहले ही टैक्स फ्री करने की घोषणा कर दी।  

दोनों राज्यों के सीएम ने किया ट्वीट

छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट किया कि ‘’ समाज में महिलाओं के ऊपर तेजाब से हमले करने जैसे जघन्य अपराध को दर्शाती एवं हमारे समाज को जागरूक करती हिंदी फिल्म "छपाक" को सरकार ने छत्तीसगढ़ प्रदेश में टैक्स फ्री करने का निर्णय लिया है। आप सब भी सपरिवार जाएं, स्वयं जागरूक बनें और समाज को जागरूक करें।

कमलनाथ ने किया ट्वीट

मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने ट्वीट किया कि’’ दीपिका पादुकोण अभिनीत ऐसिड अटैक सर्वाइवर पर बनी फ़िल्म “ छपाक “ जो 10 जनवरी को देश भर के सिनेमाघरों में रिलीज़ हो रही है। मध्यप्रदेश में टैक्स फ़्री करने की घोषणा करता हूं। यह फ़िल्म समाज में ऐसिड पीड़ित महिलाओं को लेकर एक सकारात्मक संदेश देने के साथ-साथ उस पीड़ा के साथ आत्मविश्वास , संघर्ष , उम्मीद , और जीने के जज़्बे की कहानी पर आधारित है और ऐसे मामलों में समाज की सोच में बदलाव लाने के संदेश पर आधारित है।’’