Vikrant Shekhawat : Jul 12, 2021, 07:55 AM
नई दिल्ली: भारत सरकार की ओर से कहा गया है कि त्रिपुरा में डेल्टा प्लस वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बारे में खबरें थीं. इस बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अप्रैल और मई 2021 के बीच 152 लोगों के आरटी-पीसीआर जांच पॉजिटिव आने पर पूरे जीनोम सिक्वेसिंग के लिए एनआईबीएमजी कल्याणी को भेजे गए थे. इन नमूनों में डेल्टा प्लस का कोई मामला सामने नहीं आया है.दरअसल, त्रिपुरा ने शुक्रवार को पुष्टि की कि पश्चिम बंगाल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजे गए 152 सैंपल्स में से 90 से ज्यादा सैंपल्स पॉजिटिव पाए गए थे. इन सभी सैंपल्स में डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई है, जिससे कोविड-19 की तीसरी लहर आने की आशंका और ज्यादा बढ़ गई है. राज्य के मेडिकल एक्सपर्ट्स ने इस बारे में जानकारी दी थी. हालांकि, केंद्र ने साफ कर दिया है कि इन लोगों में से किसी में भी डेल्टा प्लस की पुष्टि नहीं हुई है.भारत सरकार ने बताया कि भेजे गए सभी 152 लोगों में डेल्टा प्लस वायरस नहीं मिले हैं. डेल्टा प्लस वैरिएंट के बढ़ते मामलों की खबरें सामने आने से लोगों में संभावित तीसरी लहर को लेकर चिंता बढ़ने लगी थी. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक डेल्टा प्लस के सबसे ज्यादा मामले महाराष्ट्र, दिल्ली, पंजाब, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और गुजरात से हैं.