Attack in Prayagraj / देसी बम प्रयागराज से में हमला, अतीक अहमद के वकील के घर के पास हुई वारदात

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के वकील के घर के पास देसी बम फेंका गया है. मामला कटरा गोबर गली का है. जानकारी के मुताबिक, दहशत फैलाने के उद्देश्य से बम फेंका गया. इस घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है. कर्नलगंज पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर ने कहा, ये हमला वकील दयाशंकर मिश्रा के घर के सामने गली में हुआ. अफवाह फैलाई गई कि हमला दयाशंकर मिश्रा के ऊपर हुआ है.

Vikrant Shekhawat : Apr 18, 2023, 05:27 PM
Attack in Prayagraj: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माफिया अतीक अहमद के वकील के घर के पास देसी बम फेंका गया है. मामला कटरा गोबर गली का है. जानकारी के मुताबिक, दहशत फैलाने के उद्देश्य से बम फेंका गया. इस घटना में किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है. कर्नलगंज पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर ने कहा, ये हमला वकील दयाशंकर मिश्रा के घर के सामने गली में हुआ. अफवाह फैलाई गई कि हमला दयाशंकर मिश्रा के ऊपर हुआ है. ये सूचना झूठी है. मौके पर जांच की जा रही है. घटना पर दयाशंकर मिश्रा ने कहा, 24-25 साल के लड़के ने इस घटना को अंजाम दिया. ये मुझे हतोत्साहित करने की कोशिश है. मैं कई सालों से केस लड़ रहा हूं.

ये है पुलिस का बयान

सहायक पुलिस आयुक्त (शिवकुटी) राजेश कुमार यादव ने बताया कि कर्नलगंज थाना क्षेत्र में अंतर्गत कटरा की गोबर गली में कुछ युवकों ने आपसी रंजिश के चलते बम फेंका था जिसमें संयोगवश अतीक अहमद के वकील दयाशंकर मिश्रा के मकान के सामने विस्फोट हुआ.  उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ.

उन्होंने कहा, स्थानीय लोगों के मुताबिक, हर्षित सोनकर नाम के युवक का रौनक, आकाश सिंह और छोटे के साथ पैसे को लेकर कुछ विवाद था और इस कारण सोनकर ने रौनक, आकाश और छोटे का पीछा करते हुए उनपर देसी बम फेंका.

यादव ने बताया कि संयोगवश बम वकील दयाशंकर मिश्रा के मकान के सामने गिरा. घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है.

उन्होंने बताया कि सोनकर बम फेंककर वहां से फरार हो गया. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और जल्द ही आरोपी की गिरफ्तारी की जाएगी. उल्लेखनीय है कि मिश्रा उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक अहमद और अशरफ के वकील थे. इस मामले में अतीक अहमद और दो अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, जबकि अशरफ समेत सात अन्य लोग साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिए गए थे.

गौरतलब है कि शनिवार की रात पुलिस हिरासत में काल्विन अस्पताल आए अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की तीन युवकों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. इसके बाद से ही पूरे शहर में स्थिति संवेदनशील है.