PM Narendra Modi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज का दौरा करेंगे। इस दौरान वह 6,670 करोड़ रुपये से अधिक की कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे और महाकुंभ 2025 की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) द्वारा जारी बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री का यह दौरा विकास कार्यों के साथ-साथ आध्यात्मिक कार्यक्रमों का संगम होगा।
आध्यात्मिक कार्यक्रमों की शुरुआत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12:15 बजे संगम तट पर पूजा-अर्चना करेंगे। इसके बाद वह अक्षयवट वृक्ष, लेटे हनुमान मंदिर और सरस्वती कूप में दर्शन-पूजन करेंगे। ये स्थान प्रयागराज के प्रमुख आध्यात्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों में शामिल हैं।
महाकुंभ 2025 की तैयारियों का जायजा
प्रधानमंत्री दोपहर 1:30 बजे महाकुंभ प्रदर्शनी स्थल का दौरा करेंगे। महाकुंभ 2025 के लिए व्यापक तैयारियों का केंद्रबिंदु प्रयागराज है। इस आयोजन में लाखों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आगमन को ध्यान में रखते हुए सरकार कई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं पर काम कर रही है।
6,670 करोड़ की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन
प्रधानमंत्री दोपहर 2 बजे विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे। इनमें 10 नए रोड ओवर ब्रिज, फ्लाईओवर, स्थायी घाट, और रिवरफ्रंट रोड जैसी परियोजनाएं शामिल हैं। साथ ही, गंगा नदी को स्वच्छ और निर्मल बनाए रखने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री उन परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे जो छोटे नालों के पानी को गंगा में जाने से रोकने और उनका उपचार सुनिश्चित करती हैं।
मंदिर कॉरिडोर और श्रद्धालुओं की सुविधाएं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरे में भारद्वाज आश्रम कॉरिडोर, श्रृंगवेरपुर धाम कॉरिडोर, अक्षयवट कॉरिडोर, और हनुमान मंदिर कॉरिडोर जैसी प्रमुख परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। इन कॉरिडोरों के निर्माण से श्रद्धालुओं को एक स्थान से दूसरे स्थान तक सुगम यात्रा करने में मदद मिलेगी और आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
आधुनिक तकनीक का समावेश
महाकुंभ 2025 को तकनीकी दृष्टि से और अधिक सुलभ बनाने के लिए प्रधानमंत्री एक कुंभ सहायक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) आधारित चैटबॉट भी लॉन्च करेंगे। यह चैटबॉट श्रद्धालुओं को मेले से संबंधित जानकारी और मार्गदर्शन प्रदान करेगा।
महाकुंभ 2025 का आयोजन
महाकुंभ मेला 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 के बीच आयोजित किया जाएगा। यह विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन है, जहां करोड़ों लोग गंगा स्नान और आध्यात्मिक अनुष्ठानों में भाग लेते हैं।प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा प्रयागराज के विकास और उसकी आध्यात्मिक महत्ता को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। इन परियोजनाओं से क्षेत्र की आधारभूत संरचना मजबूत होगी, श्रद्धालुओं की यात्रा आसान बनेगी, और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा मिलेगा।