PM Modi News / कांग्रेस का आया PM के भाषण पर पहला रिएक्शन, जानें लोकसभा में मौजूद रहे नेता ने क्या कहा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में संविधान के 75 वर्ष पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पर तीखा हमला किया। उन्होंने आपातकाल और नेहरू-गांधी परिवार पर आरोप लगाए। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने पीएम मोदी के भाषण पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने सिर्फ कांग्रेस के खिलाफ आरोप लगाए।

Vikrant Shekhawat : Dec 14, 2024, 10:41 PM
PM Modi News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में ‘संविधान के 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ पर चर्चा का जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी को जमकर निशाना साधा। उन्होंने विशेष रूप से आपातकाल के संदर्भ में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि विपक्षी दल के माथे से यह कलंक कभी नहीं मिट सकेगा। पीएम मोदी ने संविधान के महत्व और उसकी यात्रा पर बात करते हुए कांग्रेस के खिलाफ कई गंभीर आरोप लगाए, जिसे लेकर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया दी।

कांग्रेस पर आरोपों की झड़ी

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि आपातकाल और संविधान के प्रति कांग्रेस का रवैया एक काले अध्याय की तरह है, जिसे पार्टी कभी नहीं छुपा सकती। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता इस बात से मुंह नहीं मोड़ सकते कि आपातकाल के समय जो कृत्य किए गए, वह संविधान और लोकतंत्र के खिलाफ थे।

प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने संविधान के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वाह नहीं किया, और देश के लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका कहना था कि विपक्षी दल के रूप में कांग्रेस की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह आपातकाल के समय की गलतियों को स्वीकारे।

कांग्रेस की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के बाद, कांग्रेस की ओर से पहला बयान पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने दिया। वेणुगोपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने लोकसभा में संविधान पर चर्चा का कोई नया दृष्टिकोण नहीं प्रस्तुत किया। उनके भाषण में केवल कांग्रेस पर आरोप लगाए गए। वेणुगोपाल ने यह भी आरोप लगाया कि मोदी सरकार पूरी तरह से आदानी ग्रुप के हितों के लिए काम कर रही है और इस बात का कांग्रेस ने पहले ही खुलासा किया है।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री ने न तो संविधान पर कुछ नया कहा, न ही देश की जनता के लिए कोई ठोस समाधान प्रस्तुत किया। उन्होंने केवल कांग्रेस पर आरोप मढ़े। हमने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया है कि यह सरकार सिर्फ और सिर्फ आदानी के लिए काम कर रही है।”

वेणुगोपाल ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह राहुल गांधी के भाषण के दौरान सदन में अनुपस्थित रहे। उनका कहना था कि या तो वे राहुल गांधी का सामना करने से डरते हैं, या फिर वे विपक्ष को तवज्जो नहीं देते।

नेहरू-गांधी परिवार पर पीएम मोदी का हमला

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस के प्रतिष्ठान पर निशाना साधते हुए नेहरू-गांधी परिवार को भी घेर लिया। उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू का अपना संविधान था, जो उन्होंने खुद तैयार किया था और इसलिए वे अपनी सरकार के वरिष्ठ नेताओं की सलाह पर ध्यान नहीं देते थे। पीएम मोदी ने कहा कि लगभग छह दशकों में संविधान में 75 बार संशोधन किया गया, और यह बदलाव उस बीज का परिणाम था जो पंडित नेहरू ने बोया था।

प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि इंदिरा गांधी ने संविधान को खाद और पानी देने का काम किया, और इसके बाद आज की पीढ़ी में भी गांधी परिवार का संविधान के प्रति सम्मान कोई नया नहीं है। उन्होंने यह याद दिलाया कि एक समय कांग्रेस के युवा नेता ने केंद्र सरकार द्वारा किए गए एक महत्वपूर्ण निर्णय को प्रेस के सामने फाड़ दिया था, जो संविधान और लोकतंत्र की अवहेलना थी।

निष्कर्ष

प्रधानमंत्री मोदी का यह भाषण कांग्रेस पार्टी के लिए एक बड़ा झटका था। जहां उन्होंने संविधान की यात्रा को सराहा और सरकार की नीतियों का समर्थन किया, वहीं विपक्ष को भ्रष्टाचार और संविधान के प्रति अवमानना का आरोपी ठहराया। कांग्रेस की प्रतिक्रिया ने मोदी सरकार के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए, और यह राजनीतिक बहस भविष्य में और भी तीव्र होने की संभावना जताती है। यह घटनाक्रम भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो आगामी चुनावों में भी असर डाल सकता है।