News18 : Oct 10, 2019, 09:27 PM
Diwali 2019 | 27 अक्टूबर को देशभर में दिवाली (Diwali) का त्योहार मनाया जाएगा. दिवाली के दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है. चारों तरफ महालक्ष्मी के स्वागत के लिए दीप जलाए जाते हैं. घर के आंगन में और मुख्य दरवाजे पर रंगोली बनाई जाती है. इस दिन मां लक्ष्मी को खुश करने के लिए तरह-तरह के उपाय किए जाते हैं. हालांकि दिवाली के दिन कुछ बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी होता है नहीं तो महालक्ष्मी आपसे रूठ सकती हैं. आइए आपको बताते हैं कौन सी हैं वो बातें जो महालक्ष्मी को कर सकती हैं रुष्ठ.
लक्ष्मी मां की अकेले पूजा न करेंमां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को एक निश्चित क्रम में रखें. बाएं से दाएं भगवान गणेश, लक्ष्मी जी, भगवान विष्णु, मां सरस्वती और मां काली की मूर्तियां रखें. इसके बाद लक्ष्मण जी, श्रीराम और मां सीता की मूर्ति रखें. लक्ष्मी मां की अकेले पूजा न करें. भगवान विष्णु के बिना उनका पूजन अधूरा माना जाता है.चमड़े का तोहफा न देंदिवाली पर अगर आप किसी को तोहफा दे रहे हैं तो लेदर (चमड़े) की वस्तुओं को गिफ्ट मे न दें. तोहफे में मिठाइयां जरूर शामिल करें.पूजा में न करें शोरआपको बता दें कि मां लक्ष्मी की पूजा के समय ताली नहीं बजानी चाहिए. आरती बहुत तेज आवाज में न गाएं. कहा जाता है कि मां लक्ष्मी को ज्यादा शोर पसंद नहीं है.साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान मां लक्ष्मी वहां वास करती हैं जहां सच्चाई, दया और गुण मौजूद होता है. साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. दिवाली के समय अपने घर को अच्छी तरह से साफ रखें. इस दिन गंदी जगह पर बिल्कुल भी न सोएं.पूरी रात एक दीया जरूर जलाए रखें दिवाली की पूजा के बाद पूजा कक्ष को बिखरा हुआ न छोड़ दें. पूरी रात एक दीया जरूर जलाए रखें और उसमें समय समय पर घी डालते रहें. दिवाली पर मोमबत्ती की बजाए ज्यादा से ज्यादा दीयों का इस्तेमाल करें.पूजा के दीए को घी से जलाएंउत्तर-पूर्व दिशा में पूजा कक्ष होना चाहिए. घर के सभी सदस्यों को पूजा के दौरान उत्तर की ओर मुंह करके बैठना चाहिए. पूजा के दीए को घी से जलाएं. दीए 11, 21 या 51 की गिनती में होने चाहिए.लक्ष्मी पूजा के तुरंत बाद पटाखे न जलाएंलक्ष्मी पूजन के वक्त पटाखे न जलाएं. लक्ष्मी पूजा के तुरंत बाद भी पटाखे नहीं जलाने चाहिए. थोड़ा समय रुक कर ही पटाखे जलाएं.लाल रंग का प्रयोग करेंदिवाली के दिन ज्यादा से ज्यादा लाल रंग का प्रयोग करें. दीया, मोमबत्ती, लाइट्स और लाल रंग के फूलों का इस्तेमाल करें. दिवाली पूजा की शुरुआत विघ्नकर्ता भगवान गणेश की पूजा के साथ करें.किसी से भी झगड़ा न करेंदिवाली के दिन घर पर या बाहर किसी से भी झगड़ा न करें. मां लक्ष्मी शांतिप्रिय हैं इसीलिए मां लक्ष्मी को अपने घर बुलाना चाहते हैं तो घर में बिल्कुल भी कलह न करें.सात्विक भोजन ग्रहण करेंदिवाली के दिन नाखून काटना, बाल काटना या शेविंग नहीं करना चाहिए. इस दिन सुबह देर तक न सोएं. जल्दी उठें और पूजा-पाठ करें. दिवाली के दिन मांस और शराब व धूम्रपान से दूर रहना चाहिए. इस दिन हो सके तो सात्विक भोजन ग्रहण करें.
लक्ष्मी मां की अकेले पूजा न करेंमां लक्ष्मी और भगवान गणेश की मूर्तियों को एक निश्चित क्रम में रखें. बाएं से दाएं भगवान गणेश, लक्ष्मी जी, भगवान विष्णु, मां सरस्वती और मां काली की मूर्तियां रखें. इसके बाद लक्ष्मण जी, श्रीराम और मां सीता की मूर्ति रखें. लक्ष्मी मां की अकेले पूजा न करें. भगवान विष्णु के बिना उनका पूजन अधूरा माना जाता है.चमड़े का तोहफा न देंदिवाली पर अगर आप किसी को तोहफा दे रहे हैं तो लेदर (चमड़े) की वस्तुओं को गिफ्ट मे न दें. तोहफे में मिठाइयां जरूर शामिल करें.पूजा में न करें शोरआपको बता दें कि मां लक्ष्मी की पूजा के समय ताली नहीं बजानी चाहिए. आरती बहुत तेज आवाज में न गाएं. कहा जाता है कि मां लक्ष्मी को ज्यादा शोर पसंद नहीं है.साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान मां लक्ष्मी वहां वास करती हैं जहां सच्चाई, दया और गुण मौजूद होता है. साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें. दिवाली के समय अपने घर को अच्छी तरह से साफ रखें. इस दिन गंदी जगह पर बिल्कुल भी न सोएं.पूरी रात एक दीया जरूर जलाए रखें दिवाली की पूजा के बाद पूजा कक्ष को बिखरा हुआ न छोड़ दें. पूरी रात एक दीया जरूर जलाए रखें और उसमें समय समय पर घी डालते रहें. दिवाली पर मोमबत्ती की बजाए ज्यादा से ज्यादा दीयों का इस्तेमाल करें.पूजा के दीए को घी से जलाएंउत्तर-पूर्व दिशा में पूजा कक्ष होना चाहिए. घर के सभी सदस्यों को पूजा के दौरान उत्तर की ओर मुंह करके बैठना चाहिए. पूजा के दीए को घी से जलाएं. दीए 11, 21 या 51 की गिनती में होने चाहिए.लक्ष्मी पूजा के तुरंत बाद पटाखे न जलाएंलक्ष्मी पूजन के वक्त पटाखे न जलाएं. लक्ष्मी पूजा के तुरंत बाद भी पटाखे नहीं जलाने चाहिए. थोड़ा समय रुक कर ही पटाखे जलाएं.लाल रंग का प्रयोग करेंदिवाली के दिन ज्यादा से ज्यादा लाल रंग का प्रयोग करें. दीया, मोमबत्ती, लाइट्स और लाल रंग के फूलों का इस्तेमाल करें. दिवाली पूजा की शुरुआत विघ्नकर्ता भगवान गणेश की पूजा के साथ करें.किसी से भी झगड़ा न करेंदिवाली के दिन घर पर या बाहर किसी से भी झगड़ा न करें. मां लक्ष्मी शांतिप्रिय हैं इसीलिए मां लक्ष्मी को अपने घर बुलाना चाहते हैं तो घर में बिल्कुल भी कलह न करें.सात्विक भोजन ग्रहण करेंदिवाली के दिन नाखून काटना, बाल काटना या शेविंग नहीं करना चाहिए. इस दिन सुबह देर तक न सोएं. जल्दी उठें और पूजा-पाठ करें. दिवाली के दिन मांस और शराब व धूम्रपान से दूर रहना चाहिए. इस दिन हो सके तो सात्विक भोजन ग्रहण करें.