Vikrant Shekhawat : Jan 30, 2021, 05:43 PM
झांसी. इलाज का बहाना बनाकर अपहरण (Kidnap) कर लाए उत्तर प्रदेश के झांसी (Jhansi) जिले के एक डॉक्टर को मुरैना और जिला पुलिस की टीम ने रिहा करा लिया है. बंदमाशों ने डॉक्टर के हाथों और पैरों में बेड़ियां डालकर पीटते हुए एक किलोमीटर तक कुहनी के बल चलाया था. सिविल लाइन थाना क्षेत्र के हिंगोना ग्राम के पास खेतों में बंदमाशों के होने की सूचना पुलिस को मिली थी. इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और डॉक्टर की हालत देखकर दंग रह गई. बरामद हुए डॉक्टर ने अपना नाम राधकृष्ण गुरु बख्सानी बताया. उनका कहना है कि डकैतों ने शुक्रवार सुबह पांच बजे झांसी–कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से हथियारों के दम पर यह कहकर अगवा किया कि ददुआ का भतीजा बीमार है. उसको दिखाकर छोड़ जाएंगे.
हालांकि, बाद में डॉक्टर और परिजनों ने ददुआ कनेक्शन की पुष्टि नहीं की. डॉक्टर का कहना है कि बाद में बदमाशों ने काफी प्रताड़ित किया. शुक्रवार रात को ही मुरैना लाया गया. पैरों में बेड़ियां डालकर एक किलोमीटर कोहनियों के बल खेतों में चलवाया. भीषण सर्दी होने पर जब चलने में असमर्थ हुए तो उन्हें पीटा भी गया और जबरन चलने को मजबूर किया गया.
रिहा हुए डॉक्टर ने बताई आप-बीती:रिहा करना के बाद पुलिस ने तत्काल उन्हें अस्पताल ले जाकर इलाज कराया और झांसी पुलिस को इसकी सूचना दी. डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने उन्हें उठाकर पहले सीट पर बिठाया और आगे ले जाकर कार की डिक्की में डाल दिया. वे झांसी से ग्वालियर आये और दिन भर ग्वालियर में कार में ही घुमाते रहे. रात को मुरैना लेकर पहुंचे फिर खेत में ले गए. वहां बेड़ियों में जकड़कर कोहनी के बल एक किलोमीटर चलाया फिर खेत के छोड़कर बाहर चले गए.
नहीं मांगी फिरौती:अपहृत के परिजन मुरैना पहुंच गए हैं. उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उनके परिवार से अभी तक कोई संपर्क नहीं किया और न ही फिरौती के लिए कोई फोन किया. पुलिस मानकर चल रही है कि रात को अगर अपहृत पुलिस के कब्जे में नहीं आता तो अपहरणकर्ता उसे राजस्थान के गूजर गैंग को सौंप सकते थे. उसके बाद ही फिरौती के लिए कॉल पहुंचता.
एसएसपी ने कही ये बात:वहीं इस सनसनीखेज वारदात के बाद झांसी जिले के एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि जिस डॉक्टर को 29 जनवरी की सुबह 6:00 बजे एक कार सवार तीन लोग हाथ पैर बांधकर अगवा कर ले गए थे उस डॉक्टर की सकुशल बरामदगी मध्य प्रदेश राज्य के मुरैना जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हुई है. फिलहाल डॉक्टर सुरक्षित हैं. झांसी पुलिस और मुरैना पुलिस के प्रयास से एक डॉक्टर को मुक्त करा दिया गया है. डॉक्टर को झांसी लाया जा रहा है. डॉक्टर से पूछताछ होने के बाद ही मामले का सही-सही खुलासा हो सकेगा.
हालांकि, बाद में डॉक्टर और परिजनों ने ददुआ कनेक्शन की पुष्टि नहीं की. डॉक्टर का कहना है कि बाद में बदमाशों ने काफी प्रताड़ित किया. शुक्रवार रात को ही मुरैना लाया गया. पैरों में बेड़ियां डालकर एक किलोमीटर कोहनियों के बल खेतों में चलवाया. भीषण सर्दी होने पर जब चलने में असमर्थ हुए तो उन्हें पीटा भी गया और जबरन चलने को मजबूर किया गया.
रिहा हुए डॉक्टर ने बताई आप-बीती:रिहा करना के बाद पुलिस ने तत्काल उन्हें अस्पताल ले जाकर इलाज कराया और झांसी पुलिस को इसकी सूचना दी. डॉक्टर ने पुलिस को बताया कि बदमाशों ने उन्हें उठाकर पहले सीट पर बिठाया और आगे ले जाकर कार की डिक्की में डाल दिया. वे झांसी से ग्वालियर आये और दिन भर ग्वालियर में कार में ही घुमाते रहे. रात को मुरैना लेकर पहुंचे फिर खेत में ले गए. वहां बेड़ियों में जकड़कर कोहनी के बल एक किलोमीटर चलाया फिर खेत के छोड़कर बाहर चले गए.
नहीं मांगी फिरौती:अपहृत के परिजन मुरैना पहुंच गए हैं. उन्होंने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने उनके परिवार से अभी तक कोई संपर्क नहीं किया और न ही फिरौती के लिए कोई फोन किया. पुलिस मानकर चल रही है कि रात को अगर अपहृत पुलिस के कब्जे में नहीं आता तो अपहरणकर्ता उसे राजस्थान के गूजर गैंग को सौंप सकते थे. उसके बाद ही फिरौती के लिए कॉल पहुंचता.
एसएसपी ने कही ये बात:वहीं इस सनसनीखेज वारदात के बाद झांसी जिले के एसएसपी दिनेश कुमार पी का कहना है कि जिस डॉक्टर को 29 जनवरी की सुबह 6:00 बजे एक कार सवार तीन लोग हाथ पैर बांधकर अगवा कर ले गए थे उस डॉक्टर की सकुशल बरामदगी मध्य प्रदेश राज्य के मुरैना जिले के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में हुई है. फिलहाल डॉक्टर सुरक्षित हैं. झांसी पुलिस और मुरैना पुलिस के प्रयास से एक डॉक्टर को मुक्त करा दिया गया है. डॉक्टर को झांसी लाया जा रहा है. डॉक्टर से पूछताछ होने के बाद ही मामले का सही-सही खुलासा हो सकेगा.