महाराष्ट्र / मुंबई में बिस्तर पर पड़े रोगियों का 1 अगस्त से होगा डोर-टू-डोर कोविड-19 टीकाकरण

महाराष्ट्र सरकार ने बॉम्बे हाईकोर्ट को सूचित किया है कि उन्होंने राज्य में डोर-टू-डोर कोविड-19 टीकाकरण के लिए एक ड्राफ्ट पॉलिसी तैयार की है। बकौल सरकार, 1 अगस्त से बीएमसी के अधिकार-क्षेत्र में बुज़ुर्गों, बिस्तर पर रहने वाले व गंभीर रूप से बीमार रोगियों का मुफ्त में घर-घर जाकर टीकाकरण किया जाएगा। महाराष्ट्र में कोविड-19 के 96,375 ऐक्टिव केस हैं।

Vikrant Shekhawat : Jul 20, 2021, 05:59 PM
मुंबई: कोरोना महामारी से निपटने के लिए महाराष्ट्र सरकार और मुंबई नागरिक निकाय ने मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट को बताया कि वे 1 अगस्त से पायलट प्रोजेक्ट के रूप में घर में बीमार पड़े लोगों के लिए घर-घर टीकाकरण शुरू करेंगे। अदालत ने संतोष व्यक्त करते हुए राज्‍य सरकार के इस कदम की सराहना की।

उन्होंने कहा मुंबई में 1 अगस्त से घरेलू टीकाकरण अभियान शुरू होगा। नीति के अनुसार, जो लोग पूरी तरह से बिस्तर पर पड़े हैं, गतिहीन हैं या किसी लाइलाज बीमारी से पीड़ित हैं, उन्‍हें घरेलू टीकाकरण की सुविधा मिल पाएगी। अदालत ने कहा कि सरकार और बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) एक अगस्त से बिस्तर पर पड़े और गतिहीन लोगों के लिए घरेलू टीकाकरण अभियान शुरू किया जाएगा और इसकी प्रगति पर 6 अगस्त तक एक रिपोर्ट दाखिल की जाएगी।

अदालत ने कहा, "हमें उम्मीद है और भरोसा है कि राज्य सरकार और बीएमसी यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे कि बिस्तर पर पड़े और अचल व्यक्तियों को भी COVID-19 वैक्सीन का लाभ मिलेगा।" अदालत ने कहा कि इस सर्विस में बिस्तर पर पड़े और गतिहीन लोग भी शामिल होंगे, जो किसी तरह वैक्सीन की पहली खुराक पाने में कामयाब रहे हैं।