Vikrant Shekhawat : Jan 15, 2025, 05:00 PM
Maha Kumbh 2025: दुनिया के सबसे बड़े सर्च इंजन, गूगल, ने महाकुंभ 2025 के लिए एक खास तैयारी की है। जैसे ही आप गूगल पर "महाकुंभ" टाइप करेंगे, आपकी स्क्रीन पर पुष्प-वर्षा होने लगेगी। यह आकर्षक एनिमेशन महाकुंभ के धार्मिक महत्व को और भी खास बना देता है। इसके साथ ही, गूगल पर आपको महाकुंभ से जुड़ी जानकारी और ताजे आर्टिकल्स भी मिलेंगे। यह पहला मौका नहीं है, जब गूगल ने किसी खास मौके पर ऐसा किया है। इससे पहले भी गूगल ने कई अवसरों पर यूजर्स को उस इवेंट से जुड़ी जानकारी देने के लिए नए डूडल्स बनाए हैं।पुष्प-वर्षा और महाकुंभ: गूगल का डिजिटल तोहफागूगल का यह नया फीचर कम्प्यूटर और मोबाइल दोनों प्लेटफार्म पर उपलब्ध होगा। जैसे ही आप महाकुंभ शब्द टाइप करेंगे, स्क्रीन पर सुंदर पुष्पों की वर्षा शुरू हो जाएगी। इस एनिमेटेड पुष्प-वर्षा से महाकुंभ की भव्यता और आध्यात्मिकता को महसूस किया जा सकता है। 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक यूपी के प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ में दुनिया भर से श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए पहुंचेंगे। इस साल महाकुंभ को एक नया रूप देने के लिए गूगल का यह खास योगदान एक दिलचस्प पहल है।डिजिटल महाकुंभ: एक नई दिशाइस महाकुंभ को 'डिजिटल महाकुंभ' भी कहा जा रहा है, क्योंकि इस बार महाकुंभ में टेक्नोलॉजी का व्यापक इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रयागराज में आयोजित होने वाला यह कुंभ अब तक के सभी कुंभ मेलों से अलग है। सुरक्षा और सुविधाओं के लिहाज से यहां एडवांस तकनीकों का उपयोग किया गया है। कुंभ मेले के क्षेत्र में ड्रोन की मदद से निगरानी की जाएगी, जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा। अगर कोई श्रद्धालु पानी में डूबने लगे, तो ड्रोन के माध्यम से उसे लाइफ सेवर बोट से बाहर निकाला जाएगा। इस तकनीकी पहल का एक वीडियो हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था।इसके अतिरिक्त, महाकुंभ में श्रद्धालुओं को सुविधाजनक अनुभव देने के लिए मेला क्षेत्र में फ्री Wi-Fi, QR कोड बेस्ड एंट्री, और AI आधारित पार्किंग सिस्टम जैसे हाई-टेक इंतजाम किए गए हैं। ऐसे अद्वितीय डिजिटल उपायों के चलते यह महाकुंभ अब तक का सबसे सुरक्षित और व्यवस्थित आयोजन बन चुका है।टेक्नोलॉजी का साथ: कुंभ मेला के इतिहास में एक नया अध्यायइस साल का महाकुंभ कई मायनों में खास है, क्योंकि पहली बार इतनी उन्नत तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रयागराज में कुंभ मेला क्षेत्र में सुरक्षा और व्यवस्थापन के लिए ड्रोन, CCTV कैमरे, और AI आधारित व्यवस्थाएं स्थापित की गई हैं। 144 साल बाद इस विशेष महाकुंभ का आयोजन हो रहा है, और फिर अगले 144 साल तक ऐसा आयोजन नहीं होगा। इस महाकुंभ में 13 अखाड़ों के साधु शामिल हो रहे हैं, और दुनिया के विभिन्न देशों के श्रद्धालु भी इस अद्भुत धार्मिक आयोजन का हिस्सा बनने के लिए प्रयागराज पहुंचे हैं।इस बार महाकुंभ का महत्व केवल धार्मिक नहीं, बल्कि तकनीकी दृष्टिकोण से भी बढ़ गया है। गूगल और अन्य डिजिटल साधनों के जरिए श्रद्धालुओं को सूचना और सुविधाएं प्रदान करना इस महाकुंभ की एक नई विशेषता है।