वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस (Coronavirus) की वैक्सीन (Vaccine) तैयार की जा रही है. भारत में भी दो कंपनियों ने कोरोना की वैक्सीन (Corona vaccine) तैयार कर ली है. गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) की ओर से कहा गया है कि वैक्सीन का जानवरों पर ट्रायल पूरा हो चुका है, हालांकि अभी तक इसका ह्यूमन ट्रायल शुरू नहीं हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेष कार्य अधिकारी (ओएसडी) राजेश भूषण ने कहा कि हम आशा करते हैं कि जल्द ही इसका मानव ट्रायल भी शुरू होगा.
जानकारी के लिए बता दें कि भारत बायोटेक (Bharat Biotech) और कैडिला हेल्थकेयर (Cadila Healthcare) ने कोरोना का टीका विकसित किया है. ऐसा कहा जा रहा है कि इस टीके का परीक्षण तीन चरणों में किया जाएगा. इस टीके के बारे में जब आईसीएमआर की शीर्ष वैज्ञानिक डॉ. निवेदिता गुप्ता से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीन के परीक्षण का तीसरा चरण इस बात पर निर्भर करता है कि पहले और दूसरे चरण का परिणाम क्या आया. डॉ. निवेदिता ने यह भी कहा कि वैक्सीन परीक्षण के तीसरे चरण को खारिज नहीं किया जा सकता है, लेकिन यह पहले दो चरणों के परिणाम पर ही निर्भर करेगा.
ट्रायल की जगह हो चुकी है तय
गुरुवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के ओएसडी राजेश भूषण ने कहा, 'इन दोनों ही वैक्सीन ने एनिमल टॉक्सिसिटीज स्टडीज पूरी कर ली हैं. ये स्टडीज चूहे, गिनी पिग और खरगोश पर होती हैं. इन दोनों स्टडीज का डेटा ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) के साथ शेयर किया गया है. इसके बाद ही दोनों को फेज-वन के क्लिनियल ट्रायल की अनुमति दी गई है. फेज-1 और फेज-2 का ट्रायल कहां पर होगा, यह भी तय किया जा चुका है.'
इतने लोगों पर होगा वैक्सीन का ट्रायल
जानकारी के लिए बता दें कि भारत बायोटेक और इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) की Covaxin को फेज 1 और फेज 2 ट्रायल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया से मंजूरी मिल चुकी है. वैक्सीन ट्रायल के पहले फेज में 375 लोगों पर ट्रायल होगा जबकि दूसरे फेज में 750 लोगों पर इस वैक्सीन को टेस्ट किया जाएगा. कंपनी ने फाइनल एनरोलमेंट के लिए 13 जुलाई की तारीख तय की है. Zydus Cadila की वैक्सीन को भी ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल की परमिशन मिल चुकी है