Vikrant Shekhawat : Jun 05, 2021, 02:19 PM
नयी दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय कोरोना वायरस संक्रमण के कारण अपने माता-पिता को खोने वाले छात्रों की फीस माफ करने पर विचार कर रहा है। अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। विश्वविद्यालय ने अपने कॉलेजों को एक सर्वेक्षण करने और ऐसे छात्रों की सूची तैयार करने के लिए पत्र लिखा है जिन्होंने इस महामारी के कारण अपने माता-पिता में से किसी एक को या दोनों को खो दिया है। कॉलेजों के डीन बलराम पाणी ने न्यूज एजेंसी भाषा से कहा, ''दिल्ली विश्वविद्यालय ने अपने कॉलेजों से ऐसे छात्रों का पता लगाने के लिए पत्र लिखा है जिन्होंने कोरोना वायरस के कारण अपने माता-पिता को खो दिया है। हमने इस मामले में सोमवार तक रिपोर्ट मांगी है।'' अधिकारियों के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय के तहत तीन तरह के कॉलेज आते हैं। ऐसे कॉलेज जिनका संचालन न्यास द्वारा किया जाता है, ऐसे कॉलेज जिनका संचालन विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है और ऐसे कॉलेज जो पूरी तरह या आंशिक तौर पर दिल्ली सरकार के वित्त पोषण वाले होते हैं। दिल्ली सरकार से पूरी तरह या आंशिक तौर पर वित्त पोषण वाले 28 कॉलेज हैं जिनमें से 12 आप सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त पोषित हैं। दिल्ली सरकार के वित्त पोषण वाले एक कॉलेज के प्रधानाचार्य ने कहा, ''हम इस पहल का स्वागत करते हैं। विश्वविद्यालय इस पर फैसला ले लेगा तो हम अपनी संचालन संस्था के समक्ष इसे रखेंगे और मंजूरी दिलाएंगे। चूंकि हमारा कॉलेज दिल्ली सरकार के वित्त पोषण वाला है और यह एक वित्तीय मामला है तो हमें संचालन संस्था से स्वीकृति लेने की आवश्यकता होगी।विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति पी सी जोशी ने कहा कि विश्वविद्यालय फीस में छूट देने के मामले में ''सक्रियता से विचार कर रहा है।संक्रमण के कारण जान गंवाने वाले विश्वविद्यालय के कर्मचारियों की याद में आयोजित एक प्रार्थना सभा में जोशी ने कहा कि इस महामारी में अपने माता-पिता को खोने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के छात्रों को मुफ्त शिक्षा देना प्रशासन के लिए एक महत्वपूर्ण काम होगा।