Vikrant Shekhawat : Jan 28, 2021, 02:45 PM
नई दिल्ली. देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. पश्चिमी दिल्ली में आए इस झटके की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.8 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, बहुत ही कम तीव्रता वाले इस भूकंप का केंद्र पश्चिमी दिल्ली में था.
एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में तकरीबन 51 बड़े छोटे भूकंप दर्ज किये गए. हाल ही में साल बीतते वक़्त दिल्ली में क्रिसमस को ही 2.3 तीव्रता का भूकंप आया था. उससे पहले 17 दिसंबर को 4.2 तीव्रता का भूकंप आया. हालांकि इस भूकंप में कोई भी नुकसान की खबर नहीं थी.
आपातकालीन नंबर 112:वहीं हाल ही में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के एक अधिकारी ने कहा कि लोग अगले दो साल में किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान मदद मांगने के लिये आपातकालीन नंबर 112 का उपयोग कर सकेंगे. एनडीएमए खतरे वाले क्षेत्रों में लोगों को समय रहते सतर्क करने की व्यवस्था शुरू करने पर भी काम कर रहा है. एसएमएस, मोबाइल ऐप, रेडियो और टेलीविजन जैसे संचार के सभी माध्यमों का उपयोग कर स्वचालित तरीके से लोगों को चेतावनी संदेश दिया जाएगा.
एनडीएमए के सलाहकार (परिचालन और संचार) ब्रिगेडियर अजय गंगवार का कहना है कि, ‘‘गृह मंत्रालय जन सुरक्षा पर काम कर रहा है...आपात स्थिति के लिये 112 नंबर होगा. इसे पुलिस, आग से जुड़ी आपात स्थिति, महिला और बाल संरक्षण तथा अन्य आपदा स्थिति के लिये क्रियान्वित किया जा रहा है.’’
एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते साल दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में तकरीबन 51 बड़े छोटे भूकंप दर्ज किये गए. हाल ही में साल बीतते वक़्त दिल्ली में क्रिसमस को ही 2.3 तीव्रता का भूकंप आया था. उससे पहले 17 दिसंबर को 4.2 तीव्रता का भूकंप आया. हालांकि इस भूकंप में कोई भी नुकसान की खबर नहीं थी.
आपातकालीन नंबर 112:वहीं हाल ही में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के एक अधिकारी ने कहा कि लोग अगले दो साल में किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान मदद मांगने के लिये आपातकालीन नंबर 112 का उपयोग कर सकेंगे. एनडीएमए खतरे वाले क्षेत्रों में लोगों को समय रहते सतर्क करने की व्यवस्था शुरू करने पर भी काम कर रहा है. एसएमएस, मोबाइल ऐप, रेडियो और टेलीविजन जैसे संचार के सभी माध्यमों का उपयोग कर स्वचालित तरीके से लोगों को चेतावनी संदेश दिया जाएगा.
एनडीएमए के सलाहकार (परिचालन और संचार) ब्रिगेडियर अजय गंगवार का कहना है कि, ‘‘गृह मंत्रालय जन सुरक्षा पर काम कर रहा है...आपात स्थिति के लिये 112 नंबर होगा. इसे पुलिस, आग से जुड़ी आपात स्थिति, महिला और बाल संरक्षण तथा अन्य आपदा स्थिति के लिये क्रियान्वित किया जा रहा है.’’