Earthquake In Gujarat / गुजरात में भूकंप के झटके महसूस किए गए, कच्छ में दुधई के पास था केंद्र

गुजरात के कच्छ जिले में शनिवार शाम 4:37 बजे 3.8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप का केंद्र दुधई के पास 25 किलोमीटर गहराई में था। भूकंप से कोई नुकसान नहीं हुआ। पिछले एक हफ्ते में यह चौथा भूकंप है। भूकंपीय अनुसंधान संस्थान ने जानकारी दी।

Vikrant Shekhawat : Jan 04, 2025, 07:10 PM

Earthquake In Gujarat: गुजरात के कच्छ जिले में शनिवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 3.8 मापी गई। भूकंपीय अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) के अनुसार, यह झटके शाम 4 बजकर 37 मिनट पर दर्ज किए गए। भूकंप का केंद्र कच्छ के दुधई इलाके के पास स्थित नवलखा रण में था और इसकी गहराई जमीन से 25 किलोमीटर नीचे बताई गई है। यह स्थान दुधई से लगभग 28 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पश्चिम में है। प्रशासन ने जानकारी दी है कि भूकंप के दौरान किसी प्रकार की जनहानि या संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचा है।

लगातार भूकंप के झटकों से चिंतित कच्छ क्षेत्र

गुजरात के कच्छ जिले में पिछले एक हफ्ते में यह चौथी बार है जब भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। भूकंपीय अनुसंधान संस्थान (आईएसआर) के आंकड़ों के मुताबिक, कच्छ और आसपास के क्षेत्रों में हाल के दिनों में कई बार हल्के से मध्यम तीव्रता वाले भूकंप आए हैं। इससे पहले, 3 जनवरी को शाम 6 बजकर 10 मिनट पर सौराष्ट्र क्षेत्र में 2.5 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था। इसका केंद्र सौराष्ट्र से तीन किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में था।

उसी दिन शाम 4 बजकर 16 मिनट पर भी 2.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप का केंद्र कच्छ के रापर से 24 किलोमीटर पश्चिम उत्तर-पश्चिम में स्थित था।

नए साल के पहले दिन भी महसूस हुए थे झटके

गुजरात में नए साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी को भी भूकंप के हल्के झटके दर्ज किए गए थे। पहला झटका सुबह 10 बजकर 24 मिनट पर महसूस किया गया था। इस भूकंप का केंद्र कच्छ के भचाऊ से 23 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में था और इसकी तीव्रता 3.2 मापी गई थी। इसके बाद देर शाम 8 बजकर 39 मिनट पर 2.6 तीव्रता का एक और भूकंप आया। इसका केंद्र सौराष्ट्र के तलाला क्षेत्र से 15 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में स्थित था।

दिसंबर के अंत में भी आए थे भूकंप के झटके

29 दिसंबर 2024 को भी कच्छ जिले में भूकंप दर्ज किया गया था। उस दिन सुबह भूकंप की तीव्रता 3.2 मापी गई थी और इसका केंद्र भचाऊ से 18 किलोमीटर उत्तर-उत्तर पूर्व में था। लगातार आ रहे इन झटकों ने स्थानीय प्रशासन और वैज्ञानिकों को सतर्क कर दिया है।

कच्छ: भूकंपीय रूप से संवेदनशील क्षेत्र

कच्छ जिला भूकंपीय रूप से देश के सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक माना जाता है। यह क्षेत्र भारत के भूकंपीय जोन 5 में आता है, जो कि उच्चतम जोखिम वाले क्षेत्रों में शामिल है। 2001 में कच्छ में आए विनाशकारी भूकंप को अभी भी लोग याद करते हैं। उस त्रासदी में हजारों लोगों की जान गई थी और भारी आर्थिक नुकसान हुआ था।

विशेषज्ञों का मानना है कि कच्छ क्षेत्र में नियमित रूप से आने वाले छोटे-छोटे भूकंप बड़े भूकंप के जोखिम को कम कर सकते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से निश्चित नहीं है। इन हल्के झटकों से धरती के भीतर तनाव को कुछ हद तक कम किया जा सकता है, लेकिन बड़े भूकंप की संभावना को पूरी तरह से खारिज नहीं किया जा सकता।

प्रशासन की तैयारी

कच्छ जिला प्रशासन और राज्य सरकार ने भूकंप के जोखिम को देखते हुए आपदा प्रबंधन की तैयारियां तेज कर दी हैं। स्थानीय निवासियों को जागरूक किया जा रहा है कि वे भूकंप के दौरान सुरक्षित स्थानों पर जाएं और आपातकालीन स्थितियों में क्या करें, इस बारे में जानकारी दी जा रही है।

हालांकि, भूकंप के इन झटकों से कोई बड़ी क्षति नहीं हुई है, लेकिन लगातार आ रहे झटकों ने स्थानीय निवासियों के बीच चिंता बढ़ा दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप के झटकों के दौरान घबराने की बजाय सावधानी बरतनी चाहिए और प्रशासन के निर्देशों का पालन करना चाहिए।