- भारत,
- 16-Apr-2025 09:35 PM IST
Dollar vs Rupee: अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में भारतीय रुपया लगातार तीसरे सत्र में मजबूती के साथ बंद हुआ, जो अर्थव्यवस्था के लिए एक सकारात्मक संकेत है। बुधवार को रुपया 12 पैसे की बढ़त के साथ 85.68 प्रति डॉलर (अस्थायी) पर बंद हुआ। इस बढ़त के पीछे विदेशी संस्थागत निवेशकों की ताजा खरीददारी, डॉलर में कमजोरी और घरेलू आर्थिक संकेतकों की मजबूती प्रमुख कारण रहे।
आर्थिक संकेतकों का मिला साथ
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि अमेरिका द्वारा शुल्क लगाने के फैसले को 90 दिन के लिए टालने से वैश्विक बाजारों में सकारात्मक माहौल बना। वहीं, घरेलू स्तर पर जारी मजबूत वृहद आर्थिक आंकड़ों ने निवेशकों का विश्वास बढ़ाया, जिसका सीधा असर शेयर बाजार और रुपये दोनों पर देखने को मिला।
कच्चे तेल की कीमतों में नरमी से मिली राहत
रुपये की मजबूती में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई नरमी ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.88 प्रतिशत चढ़कर 65.24 डॉलर प्रति बैरल पर रहा, जो अप्रैल 2021 के बाद का स्तर है। तेल की कीमतों में कमी भारत जैसे आयातक देशों के लिए राहत लेकर आती है और मुद्रा को स्थिरता प्रदान करती है।
विदेशी निवेशकों ने दिखाई लिवाली की भूख
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को पूंजी बाजार में 6,065.78 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। यह निवेश रुपये के प्रति विश्वास को दर्शाता है और साथ ही शेयर बाजार में भी सकारात्मक लहर लेकर आया। बीएसई सेंसेक्स 309.40 अंकों की बढ़त के साथ 77,044.29 अंक पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 108.65 अंक चढ़कर 23,437.20 अंक पर पहुंच गया।
डॉलर सूचकांक में गिरावट, रुपये को फायदा
डॉलर सूचकांक, जो छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को दर्शाता है, 0.57 प्रतिशत गिरकर 99.39 पर आ गया। यह स्तर मार्च 2022 के बाद देखने को मिला है। डॉलर की यह कमजोरी उभरती अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राओं को मजबूती देती है, और इस बार इसका लाभ रुपये को मिला।
तीन दिनों की तेज़ी, बाजार में बढ़ा उत्साह
रुपये ने सोमवार को 58 पैसे, मंगलवार को 30 पैसे और बुधवार को 12 पैसे की बढ़त दर्ज की, जो लगातार तीन दिनों की मज़बूती है। बुधवार को रुपया 85.66 पर खुला और दिनभर के कारोबार में 85.50 का उच्च और 85.72 का निम्न स्तर छूने के बाद 85.68 पर बंद हुआ।