Vikash Choudhary / राजनीति से प्रेरित परिसीमन पर भड़के विधायक विकास चौधरी

किशनगढ़ विधायक विकास चौधरी ने नगर परिषद परिसीमन को राजनीति से प्रेरित बताते हुए कांग्रेस पर वार्डों में तोड़फोड़ का आरोप लगाया। उन्होंने जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंप निष्पक्ष परिसीमन की मांग की। अरांई-बोराड़ा क्षेत्र की उपेक्षा को जनहित के खिलाफ बताया।

किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र में चल रहे पंचायती राज और नगर निकाय परिसीमन को लेकर राजनीति गरमा गई है। कांग्रेस विधायक विकास चौधरी ने परिसीमन प्रक्रिया को लेकर जिला कलेक्टर लोकबंधु को ज्ञापन सौंपते हुए गंभीर आपत्तियां दर्ज करवाई हैं। उन्होंने इसे राजनीतिक स्वार्थ और पक्षपात से प्रेरित बताया और आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक हित साधने के लिए वार्डों में तोड़फोड़ की है।

विधायक चौधरी ने कहा कि नगर परिषद किशनगढ़ में हुए परिसीमन के जरिये भाजपा ने रणनीतिक रूप से उन वार्डों में फेरबदल किया है उन्होंने कहा कि यह परिसीमन लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है और इसे रद्द कर पुनः निष्पक्ष परिसीमन की मांग की।

अरांई-बोराड़ा क्षेत्र की उपेक्षा पर नाराजगी

विधायक ने अरांई-बोराड़ा क्षेत्र का मुद्दा उठाते हुए कहा कि वहां के लोगों की लंबे समय से परिसीमन की मांग रही है, लेकिन राजनीतिक दुर्भावना के चलते उन्हें नजरअंदाज किया गया। क्षेत्र के निवासियों को अपने पंचायत मुख्यालय तक पहुंचने के लिए कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है, बावजूद इसके प्रशासन ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया। इस संबंध में कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि और अधिकारी प्रस्ताव भेज चुके हैं, लेकिन अब तक एक भी पंचायत का परिसीमन नहीं किया गया।

'कांग्रेसी वार्डों को खत्म किया गया'

विधायक विकास चौधरी ने यह भी आरोप लगाया कि नगर परिषद किशनगढ़ के परिसीमन में कई कांग्रेसी वार्डों को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है, जबकि कुछ वार्डों को इस तरह तोड़ा-मरोड़ा गया है कि वहां का राजनीतिक समीकरण पूरी तरह बदल जाए।

इस मौके पर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी किशनगढ़ के अध्यक्ष मोहित खंडेलवाल, नगर परिषद में नेता प्रतिपक्ष हमीदा बानो, नगर अध्यक्ष आजम कुरैशी, जिला परिषद सदस्य जगदीश गोरा, महासचिव शिवकुमार बंसल सहित कानाराम, सुरेश बढ़ाना, राधेश्याम वैष्णव, चेतन शर्मा, आरिफ हुसैन, मामराज सेन, हेमराज सिसोदिया, नितिन जैन आदि मौजूद रहे।

विधायक चौधरी ने साफ किया कि अगर जल्द ही निष्पक्ष परिसीमन की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई, तो वे इस मुद्दे को उच्च स्तर तक ले जाएंगे और जनआंदोलन की राह भी अपनाने से पीछे नहीं हटेंगे।