Jaipur Accident / जयपुर में कार और ट्रेलर में भीषण टक्कर, खाटू श्याम जा रहे पांच लोगों की मौत

जयपुर के मनोहरपुर-दौसा नेशनल हाइवे पर कार और ट्रेलर की टक्कर में एक ही परिवार के 5 लोगों की मौत हो गई। हादसे में दो महिलाएं, एक बच्चा भी शामिल हैं। सभी खाटू श्याम के दर्शन को जा रहे थे। टक्कर इतनी भीषण थी कि ट्रेलर पलट गया।

Jaipur Accident: राजस्थान के जयपुर में रविवार सुबह एक हृदयविदारक सड़क हादसा हो गया, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा मनोहरपुर-दौसा राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ, जब खाटू श्यामजी के दर्शन को जा रही एक कार की भिड़ंत तेज रफ्तार ट्रेलर से हो गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और ट्रेलर भी सड़क से नीचे उतरकर पलट गया।

मृतकों में 12 महीने का मासूम भी शामिल

हादसे में जान गंवाने वालों में दो पुरुष, दो महिलाएं और एक 12 महीने का मासूम बच्चा शामिल है। सभी मृतक उत्तर प्रदेश के लखनऊ के निवासी बताए जा रहे हैं। वे अपने निजी वाहन से धार्मिक यात्रा पर निकले थे। घटना स्थल पर जो गाड़ी क्षतिग्रस्त पाई गई, उस पर उत्तर प्रदेश का नंबर प्लेट लगा हुआ था।

चश्मदीदों ने बताया भयावह मंजर

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के बाद घटनास्थल पर अफरातफरी मच गई। कार के आगे का हिस्सा पूरी तरह चकनाचूर हो गया था, और सभी शव अंदर ही फंसे हुए थे। शवों को बाहर निकालने के लिए पुलिस और स्थानीय लोगों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। वहीं, ट्रेलर पलटने के कारण हाईवे पर लम्बा जाम लग गया, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ।

हादसे की वजह बनी तेज रफ्तार या ओवरटेक?

रायसर थाना अधिकारी रघुवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि यह दुर्घटना रविवार सुबह करीब 8 बजे नेकावाला टोल प्लाज़ा के पास हुई। प्रारंभिक जांच के अनुसार, हादसे की वजह ओवरटेक करने की कोशिश या तेज रफ्तार हो सकती है। हालांकि, अभी तक घटना के सही कारणों की जांच जारी है।

यात्रा बनी आखिरी सफर

परिवार खाटू श्यामजी के दर्शन के लिए जा रहा था, लेकिन यह यात्रा उनकी जिंदगी का आखिरी सफर बन गई। यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा के प्रति लापरवाही और यातायात नियमों की अनदेखी पर सवाल खड़े करता है।

प्रशासन की अपील

प्रशासन की ओर से सभी वाहन चालकों से अपील की गई है कि वे नेशनल हाइवे पर निर्धारित गति सीमा का पालन करें, सावधानी बरतें और ओवरटेक जैसी जोखिमभरी कोशिशों से बचें, ताकि भविष्य में ऐसी दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।