Rajasthan Governor / बाल-बाल बचे राजस्थान के राज्यपाल, उड़ान भरते ही हेलिकॉप्टर से निकलने लगा धुआं

राजस्थान के पाली में राज्यपाल हरिभाऊ बागडे के हेलिकॉप्टर से उड़ान भरते ही धुआं निकलने लगा। पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए तुरंत आपातकालीन लैंडिंग करवाई। राज्यपाल सुरक्षित हैं। घटना के कारणों की जांच जारी है। सुरक्षा प्रोटोकॉल सख्त करने पर विचार हो रहा है।

राजस्थान के पाली से एक हैरान करने वाली खबर सामने आई है। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे के हेलिकॉप्टर ने जब उड़ान भरी, तभी उसमें से अचानक धुआं निकलने लगा। इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि हेलिकॉप्टर से धुआं उठते ही तुरंत उसकी आपातकालीन लैंडिंग कराई गई। गनीमत यह रही कि राज्यपाल पूरी तरह सुरक्षित हैं।

कैसे हुआ यह हादसा?

मिली जानकारी के अनुसार, राज्यपाल हरिभाऊ बागडे पाली के दौरे पर थे और वहां से जयपुर के लिए उड़ान भर रहे थे। जैसे ही हेलिकॉप्टर ने आसमान में ऊंचाई पकड़ी, उसमें से अचानक धुआं उठने लगा। इस संकट को पायलट ने समय रहते भांप लिया और सूझबूझ दिखाते हुए हेलिकॉप्टर को सुरक्षित रूप से नीचे उतार दिया।

धुआं उठने की वजह अब तक अज्ञात

अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि हेलिकॉप्टर से धुआं क्यों निकला। अधिकारियों के अनुसार, इस घटना की गहराई से जांच की जा रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इसमें कोई तकनीकी खराबी थी या रखरखाव में कोई लापरवाही हुई। इस घटना ने हेलिकॉप्टर की सुरक्षा और रखरखाव को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

राज्यपाल की सुरक्षा को लेकर कड़े कदम

इस अप्रत्याशित घटना के बाद राज्यपाल की सुरक्षा टीम ने तत्काल स्थिति को संभाला। विशेषज्ञों का कहना है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आपातकालीन प्रोटोकॉल को और अधिक सख्त किया जा सकता है। इस बीच, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि हेलिकॉप्टर के तकनीकी पहलुओं की गहन जांच के बाद ही इसे दोबारा उड़ान के लिए अनुमति दी जाएगी।

राज्यपाल हरिभाऊ बागडे का राजनीतिक सफर

राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे का जन्म 17 अगस्त 1945 को महाराष्ट्र के औरंगाबाद (तत्कालीन) में हुआ था। वह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से लंबे समय तक जुड़े रहे हैं। हरिभाऊ बागडे ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1985 में महाराष्ट्र विधानसभा से की थी। वह फुलंबरी विधानसभा सीट से पांच बार विधायक चुने गए और महाराष्ट्र सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। इसके अलावा, उन्होंने महाराष्ट्र विधानसभा के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी निभाई है।

जांच जारी, भविष्य की सुरक्षा पर जोर

इस घटना के बाद प्रशासन और विमानन विभाग ने हेलिकॉप्टर की तकनीकी स्थिति की समीक्षा शुरू कर दी है। राज्यपाल की सुरक्षा को लेकर कोई चूक न हो, इसे ध्यान में रखते हुए आगे की उड़ानों के लिए अतिरिक्त सुरक्षा प्रबंध किए जा सकते हैं।