Vikrant Shekhawat : May 06, 2022, 11:52 AM
झारखंड में अवैध खनन मामले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने बड़ी कार्रवाई की है। ईडी की टीम ने देश भर में 18 से ज्यादा ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें झारखंड में सबसे ज्यादा जगहों पर छापे पड़े हैं। बताया जा रहा है कि ईडी को काफी समय से अवैध खनन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की शिकायत मिल रही थी। इसके बाद ईडी ने इस मामले में गोपनीय जानकारी इकट्ठा की और एक साथ कई जगहों पर छापेमारी की।
आईएएस अधिकारी के घर पर भी छापा बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने देश में एक साथ 18 ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें झारखंड की एक महिला आईएएस अधिकारी का घर भी है। ईडी की इस कार्रवाई से पूरे राज्य में सनसनी फैल गई है। सूत्रों की मानें तो ईडी की टीम ने झारखंड की माइनिंग सेक्रेटरी पूजा सिंघल के घर पर छापेमारी की है। इसके अलावा उसे कई अधिकारियों और नेताओं के खिलाफ सबूत मिले हैं, जो अवैध खनन के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं। इस संबंध में जयपुर, फरीदाबाद, चंडीगढ़, मुजफ्फरपुर, कोलकता में भी कई जगहों पर छापेमारी की गई है।
2012 में दर्ज हुआ था मामला एंटी करप्शन ब्यूरो ने अवैध खनन मामले में 2012 में जूनियर इंजीनियर राम विनोद सिन्हा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद इस मामले में कई हाईप्रोफाइल नाम सामने आए थे। पता चला था कि अवैध खनन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की जा रही है। उस समय सामने आया था कि कई आईएएस अधिकारियों और नेताओं के जेई राम विनोद सिन्हा से अच्छे संबंध थे। जानकारी सामने आने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने कार्रवाई की है।
आईएएस अधिकारी के घर पर भी छापा बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने देश में एक साथ 18 ठिकानों पर छापेमारी की है। इसमें झारखंड की एक महिला आईएएस अधिकारी का घर भी है। ईडी की इस कार्रवाई से पूरे राज्य में सनसनी फैल गई है। सूत्रों की मानें तो ईडी की टीम ने झारखंड की माइनिंग सेक्रेटरी पूजा सिंघल के घर पर छापेमारी की है। इसके अलावा उसे कई अधिकारियों और नेताओं के खिलाफ सबूत मिले हैं, जो अवैध खनन के जरिए मोटी कमाई कर रहे हैं। इस संबंध में जयपुर, फरीदाबाद, चंडीगढ़, मुजफ्फरपुर, कोलकता में भी कई जगहों पर छापेमारी की गई है।
2012 में दर्ज हुआ था मामला एंटी करप्शन ब्यूरो ने अवैध खनन मामले में 2012 में जूनियर इंजीनियर राम विनोद सिन्हा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। इसके बाद इस मामले में कई हाईप्रोफाइल नाम सामने आए थे। पता चला था कि अवैध खनन के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग की जा रही है। उस समय सामने आया था कि कई आईएएस अधिकारियों और नेताओं के जेई राम विनोद सिन्हा से अच्छे संबंध थे। जानकारी सामने आने के बाद अब प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने कार्रवाई की है।