Jharkhand Politics: झारखंड की सियासत में एक बार फिर इतिहास रचते हुए हेमंत सोरेन ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राजधानी रांची में आयोजित इस समारोह ने न केवल राज्य की राजनीति, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के कई दिग्गजों को एक मंच पर ला दिया। झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने मुख्यमंत्री सोरेन को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
बरहेट से बड़ी जीत, भाजपा को किया परास्त
हेमंत सोरेन ने बरहेट विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी गमलियाल हेम्ब्रम को 39,791 वोटों के भारी अंतर से हराकर अपनी राजनीतिक ताकत का प्रदर्शन किया। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के नेतृत्व वाले गठबंधन ने कुल 81 में से 56 सीटें जीतकर अपनी सरकार को मजबूती दी, जबकि भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए को मात्र 24 सीटों पर संतोष करना पड़ा।
राजधानी रांची में भव्य आयोजन
पूरे रांची में शपथ ग्रहण समारोह को लेकर जोश और उमंग देखने को मिली। शहर के हर कोने में जेएमएम के झंडे और पोस्टर लहराते नजर आए। सुरक्षा को लेकर प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे, और यातायात व्यवस्था को पूरी तरह नियंत्रित रखा गया।
इंडिया गठबंधन के बड़े चेहरे मौजूद
हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण ने सियासी एकजुटता का बड़ा संदेश दिया। समारोह में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार, राजद नेता तेजस्वी यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल समेत इंडिया ब्लॉक के कई बड़े नेता शामिल हुए। इन नेताओं की मौजूदगी ने झारखंड की राजनीति के इस मौके को राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण बना दिया।
शपथ के बाद सरकार का अगला कदम
हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण के साथ ही झारखंड सरकार ने अपनी प्राथमिकताएं तय कर ली हैं। राज्य के विकास के एजेंडे और जनहित से जुड़े मुद्दों पर कार्य आरंभ होगा। झारखंड कांग्रेस के प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने कहा कि फिलहाल मुख्यमंत्री ने शपथ ली है, और विश्वास मत हासिल करने के बाद मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।
स्कूल बंद, जनता का उत्साह चरम पर
शपथ ग्रहण समारोह के चलते रांची शहर के स्कूल बंद रहे। हालांकि, झारखंड की जनता इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए भारी संख्या में जुटी। मुख्यमंत्री सोरेन के नेतृत्व में राज्य सरकार से विकास और समृद्धि की उम्मीदें और बढ़ गई हैं।
हेमंत सोरेन की चौथी पारी पर नजर
हेमंत सोरेन ने अपनी चौथी पारी की शुरुआत की है, जो झारखंड की राजनीति में स्थायित्व और विकास के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। उनके नेतृत्व में झारखंड के लिए आगे की राह कैसी होगी, यह देखना दिलचस्प होगा। लेकिन फिलहाल, शपथ ग्रहण समारोह ने पूरे राज्य में एक नई ऊर्जा का संचार किया है।