News18 : Jul 18, 2020, 03:32 PM
TikTok Ban: चीन का बेहद लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक (TikTok) के भारत में बैन होने के बाद भी कुछ लोग इसका पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। सरकार ने इस ऐप को बैन तो कर दिया है, लेकिन ये ऐप अभी भी लोगों के फोन में मौजूद है और कई यूज़र्स इसे इंस्टॉल और इस्तेमाल कर पा रहे हैं। आइए जानते हैं आखिर बैन होने के बाद भी लोगों के फोन में ये ऐप कैसे मौजूद है और क्या इसका इस्तेमाल करना सेफ है? दरअसल जब से टिकटॉक बैन हुआ है, लोग इसे यूज़ करने के लिए अलग-अलग जुगाड़ ढूंढ रहे हैं। कोई इसे APK फाइल के ज़रिए डाउनलोड कर रहा है तो कोई VPN के ज़रिए ऐप को एक्सेस करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन ज़्यादातर तरीके काम नहीं कर रहे हैं।इसी बीच वॉट्सऐप पर एक apk फाइल का लिंक तेजी से वायरल हो रहा है, जिससे लोगों के फोन में टिकटॉक डाउनलोड हो जा रहा है। जैसे ही यूज़र इस लिंक पर क्लिक करता है तो उसका फोन unknown ऐप को इंस्टॉल करने की परमिशन मांगता है। अब जब यूज़र Setting में जाकर परमिशन ON कर देता है तो उसे इंस्टॉल करने का ऑप्शन मिल जाता है, और ऐप आसानी से फोन में काम करने लगती है।आपको जानकर हैरानी होगी डाउनलोड करने के बाद लोगों को ये पहले की तरह दिखाई देने लगता है, जिसके लिए उन्हें कोई भी ट्रिक इस्तेमाल करने की ज़रूरत नहीं पड़ रही है।आपके फोन के लिए खतराजो लोग इस तरीके का इस्तेमाल करके टिकटॉक चला रहे हैं शायद उन्हें नहीं पता होगा वह कितने बड़े खतरे को बुलावा दे रहे हैं। सबसे पहले बता दें कि जब भी कोई फाइल ऑफिशियली मौजूद नहीं होती है और आप उसकी apk फाइल इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप ये पता नहीं लगा पाते कि उसमें क्या मॉडिफिकेशंस किए गए हैं। यानी कि साफ है कि इससे आपके फोन में आसानी से मैलवेयर, स्पाईवेयर घुस सकते हैं, जिसके बाद आपका प्राइवेट डेटा apk फाइल डेवलपर के पास ट्रांसफर हो सकता है।इतना ही नहीं आपने ये भी ध्यान दिया होगा कि जब भी हम कोई नई ऐप डाउनलोड करते हैं तो ऐप आपसे कई चीजों की परमिशन मांगता है, जिसमें camera, audio, gallery, contacts, location जैसे ऑप्शन आते हैं। तो अगर आप इन परमिशन को Allow कर देते हैं तो डेवलपर को पता चल जाता है कि आप कहां जा रहे हैं, किससे बात कर रहे हैं। यानी कि डेवलपर फोन का पूरा एक्सेस चला जाता है।भूलकर भी न करें इंस्टॉलदरअसल ये जो apk फाइल है, वह अनऑफिशियल वर्जन है। हो सकता है कि ये इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर को बाईपास करके आपको टिकटॉक का एक्सेस देता है। देखने में और इस्तेमाल करने में ये ऐप बिलकुल ओरिजिनल टिकटॉक की तरह लगता है, लेकिन भूलकर भी इसे यूज़ ना करें, क्योंकि इससे आपके डेटा को खतरा रहता है।