इटावा: कोविड वैक्सीनेशन में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। इटावा की सीएचसी ताखा से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, गृह मंत्री अमित शाह समेत कई मंत्रियों के कोरोना वैक्सीनेशन के प्रमाणपत्र जारी हो गए। हड़कंप मचा तो सीएचसी प्रभारी ने आईडी हैक करके प्रमाणपत्र जारी करने की शिकायत की है। सीएमओ ने जांच शुरू करा दी है। इटावा में पहले भी वैक्सीन की दूसरी डोज लगाए बिना ही वैक्सीनेशन के मैसेज कई लोगों को मिले थे। इसकी जांच चल रही थी कि यह नया मामला सामने आ गया है। 12 दिसंबर को ताखा क्षेत्र की सीएचसी सरसईनावर में सीएचसी प्रभारी डा..उदय प्रताप सिंह की आईडी पर जारी वैक्सीन से मंत्रियों के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट जारी हो गए।मामला गुरुवार को सार्वजनिक हुआ तो सीएचसी से लेकर सीएमओ कार्यलय तक सनसनी फैल गई। पड़ताल में पता चला कि 12 दिसंबर को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, गृहमंत्री अमित शाह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के नाम दर्ज कर पहली डोज का वैक्सीनेशन दर्ज कर दिया गया। दूसरी डोज के लिए 6 मार्च की तारीख भी जारी कर दी गई। जानकारी सीएचसी प्रभारी डा. उदय प्रताप सिंह को हुई तो वह हैरत में पड़ गए। उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर रविवार को किसी ने उनकी आईडी और पासवर्ड हैक कर लिया, जिससे पूरे ब्लॉक की मॉनीटरिंग की जाती है। इस आईडी पर वैक्सीनेशन नहीं होता है। वैक्सीनेशन के लिए प्रतिदिन नई आईडी जेनरेट की जाती है। जांच में राजनेताओं सहित कुल दस ऐसे नाम निकले हैं, जिन्हें फर्जी ढंग से वैक्सीन लगाने का विवरण दर्ज पाया गया। इन नामों को पोर्टल से हटाने के लिए उन्होंने सीएमओ को पत्र भेजा है।दिनों के नाम पर भी वैक्सिनेशनकुछ और हस्तियों के नाम पर भी डोज लगाई गई, लेकिन उनके नाम पूरे नही लिखे गए। जैसे निर्मला सीता, स्मृति, नरेंद्र के नाम पर भी फर्जी वैक्सीनेशन हुआ। इनके अलावा कुछ दिनों के नाम पर भी वैक्सीन लगा दी गई। जैसे फ्रायडे, संडे सिंह, मंडे सिंह के नाम भी सर्टिफिकेट बन गए। सभी का वैक्सीनेशन 12 दिसंबर को सीएचसी सरसईनावर पर प्रदर्शित हो रहा है।सीएमओ डॉ. भगवान दास ने बताया, यह गंभीर मामला है। जांच की जा रही है। जो दोषी होगा उसके विरुद्ध कठोर कारवाई की जाएगी।