Vikrant Shekhawat : Jul 13, 2021, 06:59 AM
बगदाद: इराक की राजधानी बगदाद के एक अस्पताल में आग लगने से कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि अस्पताल के कोरोना वार्ड में यह आग लगी है जहां वायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज चल रहा था। हादसे में दर्जनों लोगों के घायल होने की भी खबर है।
घायलों की हालत गंभीरदक्षिणी बगदाद के अल हुसैन टीचिंग हॉस्पिटल में यह हादसा हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर लोगों की मौत आग में बुरी तरह झुलसने की वजह से हुई है, साथ ही जख्मी लोगों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल में आग की वजह शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है, हालांकि अभी इस पूरे हादसे की जांच होनी बाकी है।स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक ऑक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट को भी इस आग के फैलने की वजह बताया गया है। अब तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। अस्पताल में सिर्फ तीन महीने पहले ही नए कोरोना वार्ड को शुरू किया गया था जिसमें 70 बेड का इंतजाम हुआ था।
वार्ड में भर्ती थे 63 मरीजस्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता आमिर जमीली ने बताया कि जब यह हादसा हुआ तो करीब 63 मरीज वार्ड में भर्ती थे। इराक के सिविल डिफेंस के प्रमुख मेजर जनरल खालिद बोहन ने कहा कि अस्पताल के निर्माण में ज्वलनशील सामान का इस्तेमाल किया गया था जो आग को और तेजी से फैलाने का काम करता है।साल में यह दूसरा मौका है जब इराक में अस्पताल में लगी आग से इतनी बड़ी तादाद में कोरोना मरीजों की मौत हुई है। अप्रैल में इसी तरह की एक घटना में 83 लोगों की जान गई थी। इब्न अल खातीब अस्पताल में हुए इस हादसे में ऑक्सीजन टैंक में हुए धमाके के बाद आग लग गई थी।ताजा हादसे ने एक बार फिर इराक के अस्पतालों में सुरक्षा मानकों और कुप्रबंधन की पोल खोलकर रख दी है। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इस तरह के हादसे गंभीर सवाल पैदा करते हैं। यहां बीते सप्ताह 9 हजार से ज्यादा कोरोना केस दर्ज हुए थे।
घायलों की हालत गंभीरदक्षिणी बगदाद के अल हुसैन टीचिंग हॉस्पिटल में यह हादसा हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि ज्यादातर लोगों की मौत आग में बुरी तरह झुलसने की वजह से हुई है, साथ ही जख्मी लोगों की हालत भी गंभीर बताई जा रही है। अस्पताल में आग की वजह शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है, हालांकि अभी इस पूरे हादसे की जांच होनी बाकी है।स्वास्थ्य अधिकारी के मुताबिक ऑक्सीजन सिलेंडर में विस्फोट को भी इस आग के फैलने की वजह बताया गया है। अब तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। अस्पताल में सिर्फ तीन महीने पहले ही नए कोरोना वार्ड को शुरू किया गया था जिसमें 70 बेड का इंतजाम हुआ था।
वार्ड में भर्ती थे 63 मरीजस्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता आमिर जमीली ने बताया कि जब यह हादसा हुआ तो करीब 63 मरीज वार्ड में भर्ती थे। इराक के सिविल डिफेंस के प्रमुख मेजर जनरल खालिद बोहन ने कहा कि अस्पताल के निर्माण में ज्वलनशील सामान का इस्तेमाल किया गया था जो आग को और तेजी से फैलाने का काम करता है।साल में यह दूसरा मौका है जब इराक में अस्पताल में लगी आग से इतनी बड़ी तादाद में कोरोना मरीजों की मौत हुई है। अप्रैल में इसी तरह की एक घटना में 83 लोगों की जान गई थी। इब्न अल खातीब अस्पताल में हुए इस हादसे में ऑक्सीजन टैंक में हुए धमाके के बाद आग लग गई थी।ताजा हादसे ने एक बार फिर इराक के अस्पतालों में सुरक्षा मानकों और कुप्रबंधन की पोल खोलकर रख दी है। देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच इस तरह के हादसे गंभीर सवाल पैदा करते हैं। यहां बीते सप्ताह 9 हजार से ज्यादा कोरोना केस दर्ज हुए थे।